अजित पवार गुट समर्थित पैनल ने बारामती में ग्राम पंचायत चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। दावा किया है कि उसके समर्थित उम्मीदवारों ने कुल 32 ग्राम परिषदों में से 30 पर जीत दर्ज की है।
भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) की तिकड़ी को ग्राम पंचायत चुनाव में बड़ी कामयाबी मिली है। आंकड़े बता रहे हैं कि तीनों पार्टियों का महायुति गठबंधन कांग्रेस-शिवसेना (UBT)-एनसीपी (शरद गुट) से काफी आगे निकल गया है। इन चुनावों में तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने भी शानदार डेब्यू किया है।
रविवार को हुए चुनावों में महायुति गठबंधन ने 2 हजार 359 ग्राम पंचायतों में से 1 हजार 350 अपने नाम की हैं। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार के कामकाज की बदौलत ग्राम पंचायत चुनावों में शानदार जीत हासिल की है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा कि विपक्ष ने एक साल सरकार पर तंज कसने और आलोचना करने में ही बिता दिया।
आंकड़ों का खेल
इस चुनाव में वरिष्ठ नेता शरद पवार को एनसीपी में फूट की वजह से बड़ा झटका लगता दिख रहा है। एक ओर जहां शरद खेमा 178 सीटों पर जीता। वहीं, अजित गुट को 371 ग्राम पंचायतों में बड़ी जीत मिली है। इस दौरान 743 ग्राम पंचायतों में जीत के साथ भाजपा सबसे ऊपर रही। जबकि, शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना 240 पंचायतें जीतने में सफल रही।
शरद पवार को झटका
अजित पवार गुट समर्थित पैनल ने बारामती में ग्राम पंचायत चुनावों में बड़ी जीत हासिल की है। दावा किया है कि उसके समर्थित उम्मीदवारों ने कुल 32 ग्राम परिषदों में से 30 पर जीत दर्ज की है। अन्य दो ग्राम पंचायतों में भाजपा समर्थित उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। अजित इस साल जुलाई में ही कुछ विधायकों के साथ सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो गए थे।
लोकसभा में बड़ी जीत का दावा
महाराष्ट्र में 2024 में विधानसभा चुनाव होने हैं। साथ ही लोकसभा चुनाव भी होंगे। ऐसे में सीएम शिंदे ने राज्य में बड़ी जीत का दावा किया है। उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ गठबंधन अगले साल के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 45 सीटें जीतेगा। पंचायत चुनाव को लेकर उन्होंने कहा, ‘महायुति ने महा विकास आघाडी से कई गुना अधिक सीटें जीतीं।’