अमेरिका में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने विदेश नीति को लेकर बड़ा दावा किया है। रामास्वामी ने कहा है कि अगर राष्ट्रपति बने तो अमेरिका दूसरे देशों की लड़ाई में नहीं घुसेगा।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन दावेदार विवेक रामास्वामी ने विदेश नीति को लेकर बड़ा दावा किया है। रामास्वामी ने कहा है कि अगर वह देश के राष्ट्रपति बनते हैं तो अमेरिका दूसरे देशों की लड़ाई में दखल नहीं देगा। उन्होंने कहाकि वह अपनी गैर-हस्तक्षेपवादी विदेश नीति को अपने चुनावी अभियान का मुख्य मुद्दा बनाएंगे। विवेक रामास्वामी ने कहा कि वह खुद को विदेशी युद्ध में उतरने के लिए सबसे कम संभावित उम्मीदवार के रूप में पेश करना चाहते हैं। वोटर्स को आश्वस्त करने के लिए, वह तीसरी रिपब्लिकन प्राइमरी डेट की पूर्व संध्या पर मियामी में औपचारिक रूप से एक प्रतिज्ञा पेश करेंगे, जिसमें वह गैर-हस्तक्षेपवादी विदेश नीति सिद्धांतों को रखेंगे।
कराएंगे साइन
विवेक रामास्वामी ने कहा कि अगर वह रिपब्लिकन उम्मीदवारी और बाद में 2024 के आम चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ जीत हासिल कर लेते हैं तो उन्हें सभी राजनीतिक नियुक्तियों को शपथ पर साइन करना जरूरी होगा। वह अन्य निर्वाचित अधिकारियों को भी हस्ताक्षर करने के लिए कहेंगे। रिपब्लिकन प्राइमरी में चौथे स्थान पर चल रहे विवेक रामास्वामी ने कहा कि यह विशेष रूप से मेरे प्रशासन में नियुक्त किसी भी व्यक्ति के लिए अग्निपरीक्षा होगी और हमारे अपने समर्थकों के लिए एक स्पष्ट संकेत होगा। रामास्वामी ने कहा कि इस प्रतिज्ञा में तीन व्यापक नीतिगत स्थितियां शामिल होंगी। इन पर साइन करने वालों को सहमत होना चाहिए। यह तीन नीतियां होंगी- तीसरे विश्व युद्ध से बचना एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्देश्य। युद्ध कभी प्राथमिकता नहीं है, केवल एक जरूरत है। अमेरिकी नीति निर्माताओं का एकमात्र कर्तव्य अमेरिकी नागरिकों के प्रति है।
निक्की हेली से है टक्कर
विवेक रामास्वामी और रिपब्लिकन पार्टी की राष्ट्रपति पद की दावेदार निक्की हेली के बीच विदेश नीति को लेकर तनातनी चल रही है। विवेक रामास्वामी ने कहा कि निक्की हेली अपने आक्रामक विदेश नीति के रुख के कारण अमेरिका को खूनी संघर्ष में घसीटने का जोखिम उठाती हैं। निक्की हेली ने यूक्रेन और इजरायल को सैन्य सहायता भेजने का पक्ष लिया है, जिसका विवेक रामास्वामी ने विरोध किया है। वहीं, रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसैंटिस दोनों ने यूक्रेन को सैन्य या मानवीय सहायता दिए जाने का विरोध किया है।