श्रींलका के खिलाफ मैच के बाद शाकिब अल हसन ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए. क्योंकि उन्होंने खेल भावना नहीं दिखाई. एंजेलो मैथ्यूज के भाई ने कहा है कि अगर शाकिब बांग्लादेश आया तो उसपर पत्थर फेंके जाएंगे.
शाकिब ने मैच के दौरान खेल भावना नहीं दिखाई थी
वर्ल्ड कप का 2023 का 38वां मुकाबला सोमवार को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेला गया. दोनों टीमों के बीच इस मुकाबले में रोमांच के साथ भरपूर ड्रामा भी नजर आया. श्रीलंकाई खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज का टाइम आउट होना इस मुकाबले का सबसे बड़ा चर्चा का विषय रहा. मुकाबले के बाद शाकिब अल हसन ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए. क्योंकि उन्होंने खेल भावना नहीं दिखाई. एंजेलो मैथ्यूज के भाई ने कहा है कि अगर शाकिब बांग्लादेश आया तो उसपर पत्थर फेंके जाएंगे.
एंजेलो मैथ्य़ूज के भाई ट्रेविन मैथ्यूज ने bdcricktime.com से बातचीत के दौरान कहा,”हम काफी बुरा महसूस कर रहे हैं. बांग्लादेशी कप्तान में खेल भावना नाम की कोई चीज नहीं है. इतने शानदार गेम में वो थोड़ी सी भी दयालुता नहीं दिखाते हैं. हमने उनके द्वारा और उनकी टीम की तरफ से इस तरह के हरकत की उम्मीद नहीं की थी. शाकिब अल हसन का श्रीलंका में स्वागत नहीं किया जाएगा. अगर वह यहां पर किसी इंटरनेशनल मैच या फिर लंका प्रीमियर लीग खेलने आते हैं तो उनपर पत्थर फेंके जाएंगे या फिर यहां के फैंस उनसे गंदा व्यवहार करेंगे.”
बता दें कि एंजेलो के भाई ट्रेविन मैथ्यूज एक श्रीलंकाई क्रिकेटर थे. वह बाएं हाथ के बल्लेबाज और बाएं हाथ के मीडियम पेसर गेंदबाज हैं, जो कोल्ट्स क्रिकेट क्लब के लिए खेलते थ. मैथ्यू ने 1997-98 सीज़न के दौरान पानादुरा स्पोर्ट्स क्लब के खिलाफ टीम के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एंट्री ली.
क्यों खड़ा हुआ था विवाद?
दरअसल, अंपायर्स का कहना था कि मैच के दौरान मैथ्यूज मैदान पर देरी से पहुंचे थे. इसलिए उन्हें आउट दिया गया. अगर शाकिब नॉट आउट की अपील कर देते तो एंजेलो मैथ्यूज आउट नहीं होते. आईसीसी नियम के मुताबिक विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद आने वाले बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर स्ट्राइक लेनी होती है. लेकिन, आईसीसी विश्व कप 2023 में बल्लेबाज के लिए समय सीमा को घटाकर सिर्फ दो मिनट कर दिया गया है.