महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम को सरकारी गेस्ट हाउस में टॉयलेट यूज नहीं करने दिया गया। गेस्ट हाउस के केयर टेकर ने उन्हें आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए गेस्ट हाऊस के केयर टेकर ने शौचालय जाने से रोक दिया।
अलका लांबा ने इस पूरे मामले का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।
पहले जानिए वीडियो में क्या है
अलका लांबा ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट किया है, इस वीडियो में केयर टेकर उन्हें गेस्ट हॉउस में अंदर जाने से मना करता हुआ नज़र आ रहा है, खुद को छोटा कर्मचारी होना और एसडीएम साहब के आदेश पालन करने का हवाला देते हुए कर्मचारी उन्हें SDM से बात करने को कहता हुआ नज़र आ रहा है।
वीडियो में अलका अपना और फूलोदेवी का परिचय भी देती नज़र आ रही हैं। केयर टेकर का नाम राजेंद्र यादव बताया जा रहा है
टॉयलेट यूज करना आचार संहिता का उल्लंघन कैसे?- लांबा
लांबा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि आज छत्तीसगढ़ में भाजपा की घृणित और महिला विरोधी मानसिकता का और उदाहरण सामने आया…बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन के सरकारी गेस्ट हाउस में मुझे और छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और एक आदिवासी राज्यसभा सदस्य फूलो देवी नेताम जी को आचार संहिता का हवाला देते हुए शौचालय का इस्तमाल करने से रोका गया।
अंत: हमें सरकारी गेस्ट हाउस के बजाय बाहर किसी अन्य जगह पर जाना पड़ा। छत्तीसगढ़ की डबल इंजन भाजपा सरकार बताए कि चुनाव आयोग के किस नियम के तहत, महिलाओं द्वारा शौचालय का इस्तमाल करना आचार संहिता का उल्लंघन है? चुनावी राजनीति के फेर में और कितना नीचे गिरेगी भाजपा?
लांबा कर्मचारियों को बदनाम करना चाहती हैं-बीजेपी
इस पूरी घटना को लेकर भाजपा नेता केदार गुप्ता ने कहा है कि ये कर्मचारियों को बदनाम करना चाहती हैं, वो छोटे लोग हैं उनको बदनाम करने के नियत से अलका लांबा वहां पहुंची थी, ये उनकी साजिश थी इसमें सरकार से क्या लेना देना? उन्हें कोई समस्या थी तो वो किसी अधिकारी से बात कर लेती।