वायरल फीवर एक ऐसी बीमारी है जिसके चपेट में हर साल कई लोग आ जाते हैं. इसे हल्के में लेकर लोग लापरवाही कर देते हैं और फिर एक हफ्ते तक या इससे ज्यादा समय तक बेड रेस्ट पर चले जाते हैं
बदलते मौसम में वायरल फीवर होना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन बदलते मौसम में हमें काफी सतर्क रहने की जरूरत है. एक्सपर्ट बताते है कि मौसम में बदलाव के कारण संक्रमण का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है. ऐसे में हम कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं, इसी में एक बीमारी वायरल फीवर भी शामिल है.
वायरल फीवर एक ऐसी बीमारी है जिसके चपेट में हर साल कई लोग आ जाते हैं. इसे हल्के में लेकर लोग लापरवाही कर देते हैं और फिर एक हफ्ते तक या इससे ज्यादा समय तक बेड रेस्ट पर चले जाते हैं. वायरल फीवर का समय पर इलाज कराना बहुत जरूरी होता है, लेकिन आखिर ये जानें कैसे कि हम वायरल फीवर की चपेट में आ चुके हैं. तो आइए अब हम आपके बताते है वायरल फीवर के कुछ लक्षण..
वायरल फीवर क्या होता है?
बदलते मौसम में वायरल फीवर होने का खतरा बढ़ जाता है. बरसात के मौसम में इंफेक्शन की वजह से होने वाले फीवर को वायरल फीवर कहते है. यह फीवर तेजी से फैलता है, इसलिए इससे आसपास के लोग बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं.
वायरल फीवर होने पर क्या-क्या होता है?
1. सिर में दर्द होना
2. तेज बुखार आ जाना
3. खांसी होना
4. गले में दर्द होना
5. आंखों से पानी बहना
6. मुंह का स्वाद बदल जाना
7. भूख कम लगना
8. पेट में दर्द होना
9. उल्टी होना
10. बॉडी टेम्परेचर का तेजी से बढ़ना और घटना
वायरल फीवर कैसे होगा ठीक?
वायरल फीवर में जरा सी लापरवाही आपकी तबीयत को बिगाड़ सकती है. फीवर होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि ये एक ऐसा बुखार है जो एक दिन में ठीक नहीं होता ये कम से कम एक हफ्ता या फिर उससे भी ज्यादा रह सकता है. इसलिए फीवर आने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें. हालांकि वायरल फीवर होने पर बिलकुल न घबराएं और न ही खुद से किसी दवा का सेवन करें. इससे बचने के लिए डॉक्टर के पास जाएं और जरूरी टेस्ट कराएं ताकि बीमारी का सही इलाज समय से हो सके.
वायरल फीवर के कुछ घरेलू उपचार
1. अदरक वाली चाय पिएं
2. तुलसी के पत्ते का सेवन करें
3. लौंग या काली मिर्च का काढ़ा पिएं
4. हर्बल टी का सेवन करें