आनंद नारायण ओझा- दुर्ग। छत्तीसगढ़ के मोहला- मानपुर जिले में 5 लाख रुपये के ईनामी नक्सली ने सरेंडर किया। आत्मसमर्पित नक्सली रूपेश मंडावी आरकेबी डिविजन के कोतरी एरिया कमेटी का सदस्य था। उसने शासन की नई पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर पुलिस के सामने सरेंडर किया है। नक्सल संगठन से मिली निराशा और संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद के चलते उसका मोहभंग हो गया था।
रूपेश मंडावी उर्फ सुखदेव ग्राम मुंजाल (कोपाटोला) थाना मदनवाड़ा, कोतरी एरिया कमेटी में डिप्टी कमाण्डर था। जो अम्बागढ़ चौकी के थाना मदनवाड़ा, सीतागांव, औंधी, मानपुर, और जिला कांकेर के थाना गोंडाहुर, पखांजुर, नारायणपुर के माड़ क्षेत्र विजय रेड्डी (आरकेबी डिवीजन कमेटी सचिव एवं डीके एसजेडसी सदस्य) के साथ सक्रिय था।
पुलिस को मिल रही सफलता- एसपी
पुलिस अधीक्षक वाई पी सिंह ने बताया कि, आत्मसमर्पित नक्सली 2012 में नक्सली संगठन से जुड़ा था। करीब वह 14 साल नक्सल संगठन में काम करने के बाद उसने सरेंडर किया है। इसके सरेंडर करने से नक्सलियों के लिए काम करने वालों के बारे में पता चलेगा। नक्सलियों की जो ताकत थी वह अब कमजोर हो जायेगा। एसपी ने आगे कहा- पुलिस ने जिले के नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने की अपील की थी जिसके चलते हम धीरे- धीरे सफल हो रहे हैं आने वाले समय में हम मोहला- मानपुर जिले से नक्सलियों को उखाड़ फेकेंगे।