बिलासपुर कलेक्टर ने जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भटक रहे छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत दी है। उन्होंने राजस्व विभाग के अफसरों को जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए स्कूलों में अभियान चलाकर कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही कलेक्टर अवनीश शरण ने लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि समय पर स्कूल नहीं आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने मिड डे मील निर्धारित मेन्यू के आधार पर देने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सभी स्कूलों में मेन्यू बनाकर प्रदर्शित करने के लिए कहा है।
कलेक्टर अवनीश शरण ने गुरुवार को जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में स्कूल शिक्षा विभाग के कामकाज की समीक्षा की। बैठक में उन्हें पता चला कि स्कूली बच्चे अपनी जरूरतों के लिए जाति प्रमाणपत्र बनवाने के लिए भटक रहे हैं। जिस पर उन्होंने जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए राजस्व विभाग के अफसरों से समन्वय कर अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि 15 दिनों के भीतर जिले के सभी स्कूलों में कैंप लगाकर जाति प्रमाण पत्र बनाने की व्यवस्था की जाए, ताकि बच्चों को इसके लिए भटकना न पड़े।
मध्याह्न भोजन व्यवस्था को करें दुरुस्त
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को विभिन्न कार्यों जैसे आवेदन भरने या छात्रवृत्ति के लिए जाति प्रमाणपत्र की जरूरत होती है। इसके अभाव में उनके काम रुकने नहीं चाहिए। उन्होंने स्कूल में मध्याह्न भोजन बच्चों को परोसे जाने से पहले इसे चखने के निर्देश दिए।
कलेक्टर अवनीश शरण ने मिड डे मील की गुणवत्ता के संबंध में बच्चों से फीडबैक लेने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी बच्चे स्कूलों में बड़ी उम्मीद से आते हैं। उनके साथ उनके पालकों के सपने भी जुड़े रहते हैं। यह हमारी महती जिम्मेदारी है कि हम उनके सपनों को साकार करने स्कूलों में अपना शत-प्रतिशत दें। उन्होंने कहा कि बच्चों में बहुत प्रतिभा है, जरूरत केवल उन्हें सही मार्गदर्शन देने की है। स्कूलों का वातावरण अच्छा होना चाहिए। उन्होंने स्कूल के बाहर लगे ठेले-गुमटी प्राथमिकता से हटाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आरटीई की समीक्षा करते हुए बड़े स्कूलों में इस योजना के तहत प्रवेश लेने वाले बच्चों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
डीईओ ने दी स्कूलों की जानकारी, कलेक्टर ने कहा- सभी जगह हो पूरी व्यवस्था
जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने शिक्षा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में शासकीय 1,110 प्राथमिक स्कूल, 519 पूर्व माध्यमिक स्कूल, 108 हाई स्कूल और 115 हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित हैं। शहरी और ग्रामीण दोनों मिलाकर 198 संकुल हैं। 34 स्वामी आत्मानंद स्कूल हैं, जिनमें 21 अंग्रेजी और 13 हिंदी माध्यम के स्कूल हैं।
इसके अलावा उन्होंने सरस्वती साइकिल योजना, निःशुल्क गणवेश वितरण योजना सहित अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि सभी स्कूलों में शिक्षा विभाग की तमाम योजनाओं का संचालन सुचारू रूप से होना चाहिए।