नेचर का अजब रहस्य : 100 डिग्री सेल्सिअस तक खौलता है इस नदी का पानी, छूते ही निकलेगी जान…!

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वैज्ञानिकों के तमाम प्रयास के बावजूद आज भी अपनी धरती के बारे में करोड़ों ऐसे रहस्य हैं जिनके बारे में हम कुछ नहीं जानते. ऐसा ही एक रहस्य है एक नदी के पानी का, जो 100 डिग्री सेल्सियस तक गर्म रहता है. हमेशा भाप से ढकी इस नदी के पास जाने भर से इंसान भयभीत हो जाता है.

अपनी धरती रहस्यों से भरी है. इसके गर्भ में तमाम ऐसी घटनाएं होती हैं जिनके बारे में वैज्ञानिक अनुमान लगाने में आज भी विफल हैं. समंदर के बीच बर्फ के चट्टान, दुर्गम पहाड़ियां, रेगिस्तान… न जाने कितनी तरह की चीजें हैं जहां हम इंसानों के लिए पहुंचना मुश्किल है. आज ऐसी ही एक कहानी की चर्चा. यह कहानी एक नदी की है. ठीक-ठाक चौड़ी कलकल बहती नदी की. मगर, सबसे अचंभित करने वाली बात यह है कि इस नदी का पानी हमेशा उबलते रहता है. पानी से लगातार भाप निकलते रहता है. नदी के पानी का तापमान 40 से 100 डिग्री सेल्सियत तक होता है. इस नदी के पास जाने में भी डर लगता है. गलती से पानी शरीर से छू जाए तो जलना तय है.

इस नदी का नाम शनय-तिंपिक्षा (Shanay-Timpishka) है. इसे ला बोंबा (La Bomba) के नाम से भी जाना जाता है. यह अपने तरह की दुनिया की इकलौती उबलते पानी की नदी (boiling water river) है. यह नदी अमेजन के जंगलों में है. इसे अमेजन नदी की सहाय बताया जाता है. वैसे तो इसकी लंबाई केवल 6.4 किमी है. स्थानीय भाषा में नदी का जो नाम है उसका मतलब होता है ‘सूर्य की गर्मी से उबलता पानी’.

नदी का पानी क्यों है गर्म
अभी तक इस बारे में स्पष्ट तौर पर वैज्ञानिक कुछ नहीं बता पाए हैं. यह नदी अमेजन के जंगल में मयंतुयाकू सैंचुरी में है और यहां अशानिंका समुदाय की जनजाति रहती है. उनके लिए यह नदी पूज्यनीय है. उनका मानना है कि उनकी उत्पति ही इस नदी से हुई. वे इसे अपनी मां मानते हैं.

इस नदी के गर्म पानी के रहस्यों को समझने के लिए तमाम वैज्ञानिकों ने शोध कार्य किया है. अचंभित करने वाली बात यह है कि इस नदी के आसपास कोई ज्वालामुखी नहीं है. आमतौर पर ऐसा होता है कि जिस जगह ज्वालामुखी होती है वहां से गुजरने वाला पानी गर्म हो जाता है. लेकिन, यहां ऐसा कुछ नहीं फिर भी लाखों-करोड़ों साल से इन नदी में उबलता पानी बह रहा है.

पानी के इतने अधित तापमान तक गर्म होने के कारणों के पीछे अभी तक कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है. नेशनल जियोग्राफी चैनल के मुताबिक पानी के गर्म होने के पीछे धरती का ‘जियोथर्मल ग्रेडिएंट’ है. यानी यह इलाका धरती के भीतर मौजूद सबसे गर्म लेयर के करीब है. यहीं से पानी रिसकर निकलता है और वही पानी ला बोंबा नदी का शक्ल लेता है. इस कारण यहां का पानी काफी ज्यादा गर्म होता है. उनका कहना है कि अमेजन की पहाडियों में होने वाली बारिश का पानी रिसकर धरती के भीतर मौजूद गर्म लेयर तक पहुंचता है और फिर वहां से आगे बढ़ते वक्त वह काफी गर्म हो जाता है.

नदी को खतरा
लेकिन, अब इस नदी को खतरा पैदा हो गया है. पूरी दुनिया की तरह अमेजन के जंगलों में तेजी से पेड़ कट रहे हैं. इस नदी के किनारे के जंगलों के पेड़ बेहद महंगे हैं. ऐसे में स्थानीय लोगों ने 99 फीसदी तक पेड़ काट दिए हैं. वैसे भी अमेजन के जंगलों में भी अवैध तरीके से पेड़ों की खूब कटाई होती है. वैसे भी इस जंगल को दुनिया का फेफड़ा कहा जाता है.
Image credit : wikipedia.com

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