जिला अस्पताल में 20 बिस्तर का मेंटल हॉस्पिटल जल्द बनेगा। इसके लिए डीएमएफ से 80 लाख रुपए पहले से मिल चुके हैं। यह प्रदेश का दूसरा मानसिक रोगी अस्पताल होगा। गुरुवार को इसके लिए पद का निर्धारित हो गया। 20 बिस्तर के इस अस्पताल में दो मनोचिकित्सक रहेंगे। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत एक मनोचिकित्सक डॉ. प्रशांत अग्रवाल की नियुक्ति की जा चुकी है। इसके अलावा 1 और मनोचिकित्सक की नियुक्ति की जाएगी।
अस्पताल में 10 बेड का महिला और 10 बेड का पुरुष वार्ड बनेगा। डॉक्टरों द्वारा लिखी जाने वाली दवाएं देने और परहेज आदि बताने के लिए 8 नर्सिंग स्टाफ की भी नियुक्ति की जाएगी। इसमें 4 पुरुष और 4 महिला नर्सें रहेंगी। देखरेख और सुरक्षा के लिए वार्ड वार 3 पुरुष व 3 महिला सुरक्षा गार्ड भी रखे जाएंगे। डीएमएफ से अस्पताल की बिल्डिंग के लिए 80 लाख रुपए पहले ही मिल चुके हैं। सिविल सर्जन डॉ. एके साहू के मुताबिक इसका जल्द काम शुरू होना है।
जिला अस्पताल में फिलहाल ओपीडी की सुविधा मिल रही जिला अस्पताल में अभी मनोरोगियों को देखने के लिए मनोचिकित्सक डॉ. प्रशांत अग्रवाल दोनों टाइम सुबह और शाम की ओपीडी देखते हैं। मनोरोगियों को भर्ती करने के इंतजाम अभी नहीं है। उनके सहयोग के लिए अभी विभाग की ओर से इलाज के लिए क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट, सोशल वर्कर, योगा ट्रेनर, कम्युनिटी नर्स, साइकेट्रिक नर्स और रिकॉर्ड कीपर की नियुक्ति की गई है।
^प्रदेश का दूसरा मनोरोगी अस्पताल जिला अस्पताल में बनेगा। इसके लिए डीएमएफ से 80 लाख रुपए पहले दिए जा चुके हैं। 20 मरीजों के इलाज के लिए कितने डॉक्टर और स्टॉफ की जरूरत होगी, इसका भी निर्धारण हो गया है। चुनाव खत्म होने के बाद निर्माण शुरू होगा। डॉ. जेपी मेश्राम, सीएमएचओ दुर्ग
ट्रामा यूनिट के बगल में बिल्डिंग बनेगी, जगह तय मानसिक रोगियों को भर्ती के दौरान कभी भी क्रिटिकल केयर की जरूरत की संभावना बनी रहती है। इसके लिए उसकी बिल्डिंग ट्रामा यूनिट के बगल में बनाया जाना तय किया गया है। सिविल सर्जन के मुताबिक अभी उसी जगह अवैध तौर से भोजनालय संचालित है, जिसे खाली करने नोटिस दिया जा चुका है। चुनावी प्रक्रिया शुरू होने से फिलहाल कब्जा खाली कराने की कार्रवाई स्थगित की गई है।