रायपुर के एक क्लब में फायरिंग करने वाले आरोपी विकास अग्रवाल को कोर्ट में शराब परोसी गई है। सोशल मीडिया पर इसका एक स्टिंग वीडियो भी सामने आया है। कोर्ट में पुलिस जवानों ने पेशी के वक्त उसकी हथकड़ी खोल दी। विकास के रिश्तेदरों और दोस्तों की मंडली पहुंची। किसी VIP की तरह विकास की सेवा करने लगी।
ये सब कुछ पुलिस की मौजूदगी और जानकारी में होता रहा। आरोपी विकास के लिए उसके चाहने वालों ने लंच का बंदोबस्त किया। जिस झोले में लंच लाया गया, जब बाहर फेंके जाने पर उसे देखा गया तो उसमें विस्की की दो खाली बोतलें थीं।
विकास के साथ मौजूद लोगों को पुलिसकर्मियों से हंसी मजाक करते देखा गया। इसके बाद विकास के साथी से पुलिसकर्मी ने कुछ लिया और वर्दी की ऊपरी जेब में इसे रख लिया। दिनभर ठाठ से विकास की कोर्ट परिसर में ऐश चलती रही।
अब SSP ने दिए जांच के आदेश
इस मामले में रायपुर के SSP संतोष सिंह ने मीडिया को बताया कि मुझे इस मामले की जानकारी मिली है। इसकी जांच के लिए मैंने RI को नियुक्त किया है। एक दो दिन में जांच रिपोर्ट मिलते ही दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, कार्रवाई बिल्कुल होगी इसमें कोई शक नहीं हैं।
क्या था पूरा मामला, जानिए
ये पूरा मामला तेलीबांधा थाना क्षेत्र का था। तेलीबांधा की पेट्रोलिंग टीम को 10 फरवरी को गश्त के दौरान सूचना मिली कि हाइपर क्लब के पार्किंग ग्राउंड में गुढ़ियारी के विकास अग्रवाल और भाटागांव के रोहित तोमर के बीच विवाद हुआ है। दोनों के बीच किसी युवती से पुराने प्रेम संबंध की बात को लेकर बहसबाजी शुरू हुई।
इस दौरान रोहित तोमर ने गुस्से में विकास की कार में अपने एक साथी के साथ मिलकर तोड़फोड़ कर दी। उसने विकास के साथ धक्कामुक्की भी की। घटना के बाद विकास ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकालकर रोहित की तरफ फायरिंग कर दी। रोहित ने जमीन पर बैठकर अपनी जान बचाई। हालांकि घटना में किसी को चोट नहीं आई है।
विकास ने रोहित पर आरोप लगाया है कि उसने अपनी कार में रखे क्रिकेट बैट से उस पर हमला किया। रोहित के साथ उसका दोस्त सारंग मंधान भी शामिल था। इसके अलावा बीयर की बोतल से सीने पर वार किया। बोतल कोहनी पर लगी और खून निकलने लगा। विकास ने कहा है कि उसने अपने बचाव में हवाई फायर किया है।
वहीं, रोहित का आरोप है कि विकास ने उसके सिर पर फायर किया था जिससे उसकी मौत हो जाए। लेकिन वह नीचे बैठ गया जिससे गोली उसे नहीं लगी। उसकी जान बच गई। तेलीबांधा पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के तहत मुकदमा दर्ज किया था।