गुजरती ठंड के साथ मौसम तेजी से करवट ले रहा है। एक ओर जहां उत्तर भारत के कुछ इलाकों में तापमान बढ़ा है, वहीं दूसरी ओर कई जगहों पर बारिश और बर्फबारी देखने को मिली है।
एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिसका बड़े पैमाने पर असर देखने को मिलेगा। 25-27 फरवरी के बीच उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम समेतच कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग का कहना है कि एक-दो दिन में मौसम तेजी से करवट लेने जा रहा है। ऐसे में लोगों को मध्यम से लेकर तेज बारिश और बर्फबारी को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।
अगर राजधानी दिल्ली की बात करें यहां शनिवार को अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग कार्यालय ने नई दिल्ली में रविवार को आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहने का अनुमान जताया है, जबकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान के क्रमशः 26 डिग्री सेल्सियस और 9 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ से बूंदाबांदी के आसार
एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अगले हफ्ते राजस्थान के कई हिस्सों में बादल छाए रहने व बूंदाबांदी होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। जयपुर स्थित मौसम केंद्र ने शनिवार को यह जानकारी दी।
इसके अनुसार, एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 26-27 फरवरी को राज्य के कुछ भागों में बादल छाए रहने व कहीं-कहीं बूंदाबांदी होने की संभावना है। मौसम केंद्र की ओर से बताया गया कि एक और तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के 1-2 मार्च से सक्रिय होने की प्रबल संभावना है।
इसके प्रभाव से मार्च के प्रथम सप्ताह में राज्य के कुछ भागों में मेघगर्जन और कहीं-कहीं तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।
इस बीच बीते 24 घंटे में राज्य में न्यूनतम तापमान संगरिया में 5.2 डिग्री सेल्सियस, जालोर में 6.2 डिग्री सेल्सियस और करौली में 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल के मनाली, डलहौजी में ताजा बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थल मनाली और डलहौजी में शनिवार को ताजा बर्फबारी हुई। राजधानी शिमला में सुबह आसमान साफ रहा, लेकिन कुछ देर के लिए शहर और आसपास के इलाकों में बर्फबारी के साथ बर्फीली हवाएं भी चलीं। हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड से जूझ रहे लोगों को कोई राहत नहीं मिली।
जनजातीय क्षेत्रों और ऊंची पहाड़ियों पर हल्की बर्फबारी के बाद अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहा। निचार में 10 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। इसके बाद कल्पा में 7.8 सेमी, सांगला में 2.8 सेमी, पूह में 0.6 सेमी जबकि शिमला और कुफरी में भी मामूली बर्फबारी हुई।
स्थानीय मौसम विभाग कार्यालय ने 25 फरवरी से 1 मार्च तक ऊंचे पहाड़ी इलाकों में कई स्थानों पर बर्फबारी का अनुमान जताया है। इसके अलावा 26, 27 और 29 फरवरी को मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर जबकि एक मार्च को कई स्थानों पर बारिश हो सकती है।
एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के 26 फरवरी से हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। मौसम विभाग कार्यालय ने 26, 27 और 29 फरवरी के अलावा 1 मार्च को कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने का यलो अलर्ट भी जारी किया है।
कश्मीर में बारिश , हिमपात के आसार
जम्मू-कश्मीर में मंगलवार से मौसम मे होने वाले बदलाव से फिर बारिश और हिमपात होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि इस सप्ताह जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों तक लगातार बारिश और हिमपात हुआ।
यहां अगले 2 दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश और हिमपात के आसार हैं। 1-3 मार्च तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या हिमपात का अनुमान है।
इन तीन दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर तेज़ हवाओं के साथ और ओलावृष्टि होने के भी आसार हैं। राजधानी श्रीनगर में तापमान शून्य से कम 3.1 डिग्री सेल्सियस, गुलमर्ग में 0 से कम 9 डिग्री सेल्सियस और पहलगाम में शून्य से कम 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।