छत्तीसगढ़ में पहले चरण की 20 सीटों पर वोटिंग जारी है। सुबह 11 बजे तक इन सीटों पर 22.97 प्रतिशत मतदान हो चुका है। वहीं सुकमा में नक्सलियों ने कोंटा के बंडा इलाके में पोलिंग बूथ के बाहर हमला कर दिया। मतदान रोकने के लिए नक्सलियों ने फायरिंग भी की। इस पर जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। जिसके बाद नक्सली भाग निकले।
बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने दूरमा और सिंगाराम के जंगल में बीजीएल भी दागे हैं। इसके बाद बड़ी संख्या में CRPF और DRG जवानों को रवाना किया गया है। हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। वहीं बीजापुर में नक्सलियों के डर से पुस्बाका और टिम्मापुर गांव खाली हो गए हैं। यहां मारूबाका में बने बूथ पर वोटिंग नहीं हुई है। पुस्बाका में 4 और टिम्मापुर में 3 वोटर हैं।
कवर्धा : जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भरेवापारा में लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। बताया जा रहा है कि गांव में विकास नहीं होने के चलते ग्रामीण नाराज हैं। अधिकारी मतदान के लिए ग्रामीणों को मनाने गांव पहुंचे हैं। अभी तक यहां बने बूथ पर एक भी वोट नहीं पड़ा है। वहीं झिरिया खुर्द में भी ग्रामीणों ने मूलभूत सुविधाओं को लेकर चुनाव बहिष्कार कर दिया है।
नारायणपुर : नारायणपुर में 3 दिन पहले नक्सलियों के हमले में मारे गए भाजपा नेता रतन दुबे का परिवार भी वोट डालने पहुंचा। रतन के पिता के साथ उनकी बेटी मतदान करने आई थीं। इस दौरान रतन के पिता ने कहा कि, उनके बेटे की क्या गलती थी, कि उसे मार दिया। मेरे बेटे की पत्नी, भाई, बहू और मैं वोट देने आए हैं। नक्सल समस्या का हल निकलना चाहिए।
विधानसभा सीटों पर सुबह 9 बजे तक मतदान
सुबह 11 बजे तक इन सीटों पर 22.97 प्रतिशत मतदान हो चुका है। सबसे ज्यादा वोटिंग कांकेर जिले में 33.35% हुई है। इसमें तीन सीटें आती हैं। जबकि सबसे कम मतदान बीजापुर में सिर्फ 9.11 प्रतिशत हुआ है। खास बात यह है कि सुकमा के ही नक्सल प्रभावित कारीगुंडम इलाके में 23 साल बाद मतदान हो रहा है।
सुकमा के टोडामर्का में नक्सलियों ने IED ब्लास्ट किया था। इसकी चपेट में आकर CRPF कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया है। जवान को कैंप में लाया गया, जहां पर उसका इलाज जारी है। जवान की ड्यूटी मतदान केंद्र की सुरक्षा में लगाई गई थी। फिलहाल हालात ठीक बताए जा रहे हैं।
इन बूथों पर ईवीएम खराब होने से एक घंटे देर से शुरू हुई वोटिंग
मोहला-मानपुर के औंधी, कोंडागांव के किबई बालेंगा, कवर्धा के मतदान क्रमांक 229 और भानुप्रतापपुर के बूथ क्रमांक 126, बोदला, राजनादगांव के पुराना ढाबा और टांका पारा में ईवीएम मशीनें बंद थीं, जिसके चलते मतदातओं को देर तक इंतजार करना पड़ा।
जिन 20 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 19 सीटें कांग्रेस के कब्जे में हैं। केवल एक राजनांदगांव सीट भाजपा के पास है। 2018 के चुनाव में दंतेवाड़ा सीट भाजपा के पास थी, लेकिन नक्सली हमले में विधायक की मौत के बाद हुए उप चुनाव में ये सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। ऐसे ही खैरागढ़ सीट जेसीसीजे के पास थी, लेकिन उप चुनाव में इस पर भी कांग्रेस का कब्जा हो गया। कवर्धा और मोहला-मानपुर सीट पर भी अभी कांग्रेस विधायक हैं।
इन 20 सीटों पर 233 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर, मंत्री कवासी लखमा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज शामिल हैं। इनके अलावा 198 पुरुष, 25 महिला प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। इस बार 40 लाख 78 हजार से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
महिलाओं के लिए संगवारी बूथ
पहले चरण के लिए 5 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए गए हैं। महिला वोटरों की मदद के लिए 200 संगवारी और 11 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं। संगवारी बूथों पर मतदान की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं की होगी। यहां बूथ इंचार्ज, सहायक से लेकर पुलिस फोर्स से लेकर सब कुछ महिलाएं करेंगी। पिछली बार जहां जहां मतदान कम हुआ था, उसे बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया गया है।
10-10 सीटों पर अलग-अलग समय में मतदान
20 में से अधिकतर सीटें नक्सल प्रभावित हैं। इसे देखते हुए निर्वाचन आयोग ने वोटिंग के लिए अलग-अलग समय तय किया है। 10 सीटों पर 8 घंटे यानी सुबह 7 बजे से 3 बजे तक और बाकी की 10 सीटों पर 9 घंटे यानी सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जा सकेंगे।
चुनाव में इस बार भी दागी प्रत्याशी मैदान में
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, राजनीतिक दलों ने इस बार भी दागी प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। पांच विधानसभा सीटों पर खड़े 57 प्रत्याशियों में से 15 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। भाजपा, कांग्रेस के साथ ही आप, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे (JCCJ) सहित अन्य छोटे दलों में दागी प्रत्याशी हैं।
मतदान के लिए इन 12 दस्तावेजों का कर सकेंगे इस्तेमाल
मतदान करने के लिए मतदाता अपने वोटर आईडी कार्ड के अलावा इन 12 दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। निर्वाचन आयोग के अनुसार, पोलिंग बूथ पर ये दस्तावेज भी मान्य होंगे, इनमें से कोई एक दस्तावेज दिखाकर भी वोट डाला जा सकेगा।
बस्तर संभाग में 35 मतदान केंद्र महिला कमांडो के हवाले
बस्तर संभाग की 12 सीटों पर वोटिंग के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसमें केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल सहित DRG, STF, COBRA बटालियन और बस्तर फाइटर्स के जवानों को लगाया गया है। 35 से अधिक मतदान केंद्र महिला कमांडो की सुरक्षा में रहेंगे। पड़ोसी राज्य तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा की स्पेशल फोर्स को बार्डर पर तैनात किया गया है।
नक्सल प्रभावित बूथ पर तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा
नक्सल संवेदनशीलता के आधार पर 600 से अधिक मतदान केंद्र चिह्नित किए गए हैं। यहां तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा रहेगा। नक्सलियों की निगरानी के लिए ड्रोन और हेलिकॉप्टर तैनात किए जाएंगे। सुरक्षा के लिहाज से बीजापुर, नारायणपुर, अंतागढ़, दंतेवाड़ा और कोंटा के 149 मतदान केंद्रों को शिफ्ट किया गया है।
ये बोले नेता जी…
– पीएम नरेंद्र मोदी ने X पर लिखा- छत्तीसगढ़ में आज लोकतंत्र के पावन उत्सव का दिन है। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि वे अपना वोट जरूर डालें और इस उत्सव के भागीदार बनें। इस अवसर पर पहली बार वोट डालने वाले राज्य के सभी युवा साथियों को मेरी विशेष बधाई।
– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- कांग्रेस अपने घोषणा पत्र के आधार पर चुनाव मैदान में है। पांच साल विकास के काम हुए हैं। जनता ने देखा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ज्यादा वोटिंग होगी क्योंकि हमने काम किया है।
– डॉ. रमन सिंह ने कहा- भाजपा ने दो साल का बोनस देने का वादा किया है। महिलाओं, युवाओं, किसानों सबके लिए योजना लेकर आई है। मोदी की गारंटी दी है। छत्तीसगढ़ के विकास के लिए हम काम करेंगे। छत्तीसगढ़ की मौजूदा सरकार जुआ, सट्टा खिला रही है। मुखिया पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा है। महादेव के संचालक ने सीएम पर सीधे आरोप लगाया है।
– बीजापुर के भाजपा प्रत्याशी महेश गागड़ा ने कहा- दिन की शुरुआत अच्छी हुई है। कार्यकर्ताओं को मतदान केंद्रों में भेजा गया। पोलिंग बूथ गया था। जनता की अच्छी प्रतिक्रिया है। बड़ी संख्या में लोग वोट डालने आए हैं। माओवादियों का असर नहीं है।
30 नवंबर तक एग्जिट पोल पर बैन
छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने 7 नवम्बर से 30 नवम्बर तक किसी भी तरह के एग्जिट पोल को बैन किया हुआ है। इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है।