महाराष्ट्र के नागपुर शहर में निर्माण श्रमिकों के लिए भाजपा की ओर से शनिवार को बर्तन वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान भगदड़ मचने से 65 वर्ष की एक महिला की मौत हो गई और 4 अन्य घायल हो गए।
यह जानकारी पुलिस ने दी। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख सहित विपक्षी नेताओं ने इस घटना पर भाजपा की आलोचना की।
उन्होंने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की। कोतवाली थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना सुबह करीब साढ़े 10 बजे रेश्मिबाग क्षेत्र के कविवर्य सुरेश भट्ट सभागार में हुई, जहां भाजपा की नागपुर इकाई की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पार्टी ने महाराष्ट्र भवन व अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों को बुलाया था। इन लोगों को बर्तन और अन्य जरूरी वस्तुएं वितरित करने के लिए शिविर का आयोजन किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि लोग सुबह 5 बजे के आसपास ही कार्यक्रम स्थल के बाहर इकट्ठा होने शुरू हो गए और लाभार्थियों के लिए द्वार खोले जाने तक भारी भीड़ जमा हो चुकी थी।
उन्होंने बताया कि जैसे ही भीड़ अंदर घुसी कुछ महिलाएं गिर गईं और उन्हें चोटें आईं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि भगदड़ में मनुबाई तुलसीराम राजपूत गिर गईं और उन्हें आनन-फानन में एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि 4 अन्य महिलाओं को मामूली चोटें आई हैं।
दुर्घटनावश मौत को लेकर मामला दर्ज
अधिकारी ने बताया कि घटना के समय कार्यक्रम स्थल पर महिला कर्मियों समेत कम से कम 50 पुलिसकर्मी तैनात थे। उन्होंने बताया कि दुर्घटनावश मौत का एक मामला दर्ज कर लिया गया है और घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
शहर भाजपा अध्यक्ष जीतेंद्र उर्फ बंटी कुकड़े ने दावा किया कि महिला की मौत भगदड़ से नहीं बल्कि दम घुटने से हुई। उन्होंने बताया कि लोग अप्रत्याशित संख्या में एकत्र हुए और वरिष्ठ नागरिक महिला गर्मी और दम घुटने के कारण बेहोश हो गई।
उन्होंने बताया कि उसे एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसने दम तोड़ दिया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आरोप लगाया कि कुप्रबंधन के कारण महिला की जान गई।
उन्होंने मांग की कि आयोजनकर्ताओं के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के महासचिव विशाल मुत्तेमवार ने भी घटना की निंदा की है।
उन्होंने मांग की कि प्रशासन भाजपा पदाधिकारियों के साथ-साथ आयोजकों के खिलाफ भी कार्रवाई करे।