राजधानी रायपुर में डकैतों का खौफ बना हुआ है। माना में डकैती की वारदात को अंजाम देने से एक रात पहले डकैत नया रायपुर में भाजपा नेता के घर पहुंचे थे। उन्होंने वहां भी डकैती की कोशिश की।
इस घर में भी डकैतों ने वैसा ही पैटर्न इस्तेमाल किया जो उन्होंने माना के एक मकान में किया था। हालांकि यहां वो वारदात करने में सफल नही हो पाए।
BJP नेता संतराम साहू ने राखी थाना में FIR दर्ज करवाई जिसमें उन्होंने बताया कि वो उपरवाला, नया रायपुर में रहते है। इलाके के जनपद पंचायत सदस्य है।
14 मार्च की रात करीब 1 बजे थे। उनके दो मंजिला मकान में ऊपर रहने वाले किराएदार किशन निषाद ने उन्हें जोरदार आवाज लगाई।
जब संतराम दौड़कर ऊपर पहुंचा तो डरा-सहमा किशन ने उसे बताया कि वो वाशरूम जाने के लिए उठा था। इस दौरान दो नकाब पहने लोग सीढ़ी से ऊपर आ गए।
सिर में पत्थर और डंडा से किया हमला
आरोपियों ने किशन को देखते ही उसके सिर में डंडे और पत्थर से हमला कर दिया। जब किशन जोरदार चिल्लाया तो आरोपी सीढ़ियों से नीचे उतरकर पिछले गेट से भाग खड़े हुए। हमले में किशन के हाथों में चोट भी आई। जब संतराम ऊपर चढ़ रहा था तो उसने पीछे से एक आरोपी को देखा भी। लेकिन अंधेरा ज्यादा होने की वजह से वो ओझल हो गया।
CCTV में दरवाजे को छेद करते दिखा
राखी थाने में डकैती की कोशिश का जो CCTV सामने आया है। उसमें एक आरोपी के चेहरे में कपड़ा बंधा हुआ है। वो दीवाल के किनारे छिपा हुआ है और बड़ी सावधानी से आगे बढ़ रहा है। फिर वो दरवाजे के पास पहुंच जाता है। बताया जा रहा है कि नकाबपोश व्यक्ति दरवाजे में घिरनी से छेद करने की कोशिश में था। जिस पैटर्न में माना में वारदात किये। हालांकि कुछ देर ठहरने में बाद वो वहां से भाग गया है।
खेत के रास्ते का किया इस्तेमाल, पत्थर के भी ढेर
डकैत माना की तरह ही यहां भी अटैक करने के लिए खेत के रास्ते ही पहुंचे थे। घर के आसपास पत्थरों के ढेर भी मिले है। जिसे आरोपियों ने इक्कठे कर रखे थे। उनका मकसद था कि यदि कोई उन्हें पकड़ने की कोशिश करता तो वे पत्थर से हमला कर देते है। साथ ही लाइट भी बुझा दी गई थी। इसके अलावा आसपास के अन्य घरों के दरवाजे की कुंडी भी बाहर से बंद कर दी गई थी।
शुक्रवार तड़के हुई थी वारदात
शुक्रवार तड़के 4 बजे के आसपास माना पुलिस और 112 को सूचना मिली कि माना बस्ती इलाके के एक घर पर चोरी की वारदात हो गई है। पुलिस बस्ती के आखिरी छोर में रहने वाले उमाबाई चंद्राकर और प्रख्यात चंद्राकर के घर पहुंची। वे बहुत घबराए हुए थे। महिला के हाथों पर चोट थी।
उन्होंने हड़बड़ाते हुए पुलिस को बताया कि उसके घर में तीन चोर घुसे हुए थे। उन्होंने मारपीट की, फिर घर से कैश और लाखों रुपए के गहने लूट कर फरार हो गए। इसके बाद पुलिस अफसरों को सूचना दी गई। एंटी क्राइम यूनिट और FSL की टीम को भी मौके में भेजा गया।
तब तक पड़ोसियों को भी इस घटना का पता चल चुका था। जिसके बाद चंद्राकर परिवार के घर के सामने बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। इस पूरे मामले में पुलिस ने बारीकी से जांच शुरू की।
पीड़ित परिवार के सदस्यों से बातचीत की। जिसमें कई चौंकाने वाले फैक्ट सामने आए, जो इस घटना को चोरी या लूट से ज्यादा डकैती की तरफ इशारा कर रहे थे।
मां की चीखने की आवाज से खुली बेटे की नींद
पीड़ित उमा बाई और उनके बेटे प्रख्यात ने बताया कि वे लोग रोज की तरह रात लगभग 10 बजे डिनर के बाद कमरे में सोने चले गए। प्रख्यात शादीशुदा है और कृषि विभाग में पोस्टेड है। वह घटना के वक्त पत्नी और 2 बच्चों के साथ अपने कमरे में सो रहा था। बगल के कमरे में उसकी मां थी। रात करीब 3 बजे अचानक मां के चिल्लाने की आवाज आई।
प्रख्यात ने अपने कमरे का दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन वो बाहर से बंद था। हालांकि उसके कमरे में बाहर तरफ कुंडी भी नहीं है। डकैतो ने बांस और चुन्नी के सहारे कमरे का दरवाजा बाहर से बांध दिया। हालांकि ताकत लगाने पर बांस टूट गया और कमरे का दरवाजा खुला।
मां उमा बाई भी अपने कमरे से निकलकर आंगन में आ चुकी थीं। वह भी बाहर की तरफ आया, उसने कोई चोर घुसा है समझकर एक आरोपी का कुछ दूर तक पीछा किया, लेकिन वो खेत से होते हुए काफी दूर जा चुका था।
तार के सहारे घर के अंदर घुसे डकैत
उमा बाई ने दैनिक भास्कर को बताया कि रात 3 बजे के आसपास तीन लोग घर के आंगन में दीवार फांदकर कूदे थे। मेन गेट में एक जाली वाला और दूसरा लकड़ी का दरवाजा है। डकैतों ने बड़ी चालाकी से कुंडी के पास पेंचकस से छेद किया। फिर तार के सहारे कुंडी खोल ली।
वे सबसे पहले बेटे-बहू के कमरे में दाखिल हुए। वहां उन्होंने दबे पांव गहने-रुपए की तलाश की, लेकिन उन्हें कुछ खास नहीं मिला।
डकैत बगल में मां उमा बाई के कमरे में घुसे। उन्होंने हाथों में पेंचकस जैसा हथियार पकड़ा हुआ था। जिसकी मदद से पहले लोहे की अलमारी को तोड़ा, फिर लॉकर को मास्टर चाबी से खोल लिया। करीब 15 लाख के गहने और 40 हजार रुपए कैश लूट लिए। इस दौरान उनके ऊपर हमला भी किया।
उमा बाई ने कहा कि डकैतों के हाथों में बेटे के कमरे में टंगी हुई जींस दिखी। जिसे उसने शाम को पहना था। वे उसमे पैसे खोज रहे थे। इस बात से ये भी साफ हो गया कि डकैत, बेटे-बहू के कमरे में भी घुसे थे।
तीन लोग घर में घुसे, बाकी लोग बाहर खड़े थे
पूरी वारदात में 5 से ज्यादा लोगों के होने की संभावना है। इसी वजह से इसे डकैती कहा जा रहा है। पीड़ितों के बयान के मुताबिक, 3 लोग उनके घर में घुसे थे, लेकिन कुछ और भी लोग बाहर खड़े हुए थे, जो निगरानी का काम कर रहे होंगे। बाहर कुछ जगह डंडे भी मिले हैं।
मध्यप्रदेश का पत्थर गैंग इसी पैटर्न पर करता है वारदात
इस डकैती में जो पैटर्न इस्तेमाल हुआ है वो मध्यप्रदेश के धार जिले के पत्थर गैंग से मिलता-जुलता है। इस गैंग के सदस्य बड़े ही खूंखार होते हैं। वे आउटर इलाके के मकानों को निशाना बनाते हैं। जिसके आसपास खेत हों ताकी वारदात कर आसानी से भाग सके। ये डकैत इतने खतरनाक होते हैं कि टारगेट के आसपास खेतों में ये शाम होते ही सो जाते हैं, फिर रात में वारदात करते हैं।
घर में जगह-जगह पत्थर के ढेर
ये शातिर डकैत अपने साथ कोई बड़ा हथियार नहीं रखते। पुलिस चेकिंग में हथियार के पकड़े जाने का डर होता है। गैंग के मेंबर वारदात वाली जगह के आसपास ही पत्थरों का ढेर जमा कर लेते हैं। ताकी किसी के विरोध करने पर उसे आसानी से मार सकें। माना केस में भी घर के चारों तरफ पत्थरों के ढेर मिले हैं।
इसके अलावा आरोपियों ने स्ट्रीट लाइटें भी तोड़ दी थी। आसपास के घरों में बाहर से कुंडी भी लगा दी। जिससे भागने के समय आसानी से कोई पकड़ न पाए।
2 घंटे पहले एक और घर में की डकैती की कोशिश
ये डकैत रेकी के बाद पूरी प्लानिंग के साथ माना इलाके में आए थे। वे रात 1 बजे के करीब प्रख्यात चंद्राकर के घर के पीछे तरफ से 200 मीटर दूर पूनम साहू के घर में घुसे थे। इस दौरान उन्होंने लाइट भी बंद कर दी थी। उन्होंने वहां भी घर के एंट्री गेट में पेंचकस के सहारे छेद करना शुरू किया, लेकिन इस बीच घर वालों की नींद खुल गई। उन्होंने अंदर से ही शोर मचाया तो डकैत भाग निकले ।
पूनम साहू ने नहीं किया पुलिस को फोन
डकैतों ने पहले जिस घर में वारदात की कोशिश की उसका मालिक पूनम साहू PHQ में ड्राइवर है। जब उसके घर पर वारदात की कोशिश हुई तो पत्नी और बच्चे डर गए। जिस वजह से घर का कोई भी मेंबर बाहर ही नहीं निकला। उन्होंने पुलिस या पड़ोसियों को भी इसकी सूचना नहीं दी। इसके बाद डकैतों ने दूसरे घर में वारदात को अंजाम दिया।’
एंटी क्राइम यूनिट और पुलिस तलाश में जुटी
रायपुर की एंटी क्राइम यूनिट और माना थाने की पुलिस जांच में जुट गई है। पुलिस ये पता लगा रही है कि इन दोनों वारदात का कनेक्शन कहां से है, इसमें कितने लोग शामिल थे। वे कौन थे, और किस ओर भागे हैं। डकैतों ने कम मेंबर वाले परिवार को ही टारगेट किया।
वे रास्ता छोड़कर एंट्री और भागने के लिए खेतों के तारों को काटकर पहुंचे। इसकी वजह ये हो सकती है कि वे आसपास के CCTV कैमरों के दायरे से बाहर रहें। ये सब एक दुरुस्त रेकी से ही संभव है। पुलिस इस तरह के कई बिंदुओं पर जांच कर आरोपियों की तलाश में जुटी है।