प्रधानमंत्री के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की एक और शिकायत: TMC का आरोप – मोदी की ओर से भेजे गए मैसेज में भाजपा का प्रचार हुआ।

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TMC की ओर से चुनाव आयोग में 24 घंटे में PM मोदी के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की 2 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। सोमवार (18 मार्च) को TMC नेता डेरेक ओब्रायन ने चुनाव आयोग को कंप्लेंट लेटर लिखा है।

इस लेटर में उन्होंने लिखा- मोदी की ओर से 16 मार्च को आचार संहिता लागू होने के बाद विकसित भारत संकल्प यात्रा का वॉट्सऐप मैसेज देशवासियों के पास पहुंचा। यह आचार संहिता का उल्लंघन है।

डेरेक ओब्रायन ने दावा किया कि मैसेज के साथ PM की ओर से लेटर भी भेजा गया था। इसमें लिखा था कि पिछले 10 साल में देश के 140 करोड़ से अधिक लोगों को भारत सरकार की योजनाओं से लाभ हुआ।

डेरेक ने कहा कि इससे साफ है कि PM की ओर से भेजे गए मैसेज में भाजपा का प्रचार हुआ है। इससे पता चलता है कि मोदी-भाजपा केंद्र सरकार के राजस्व के जरिए अपनी योजनाओं का प्रचार कर रही है।

इससे पहले सोमवार को ही TMC सांसद साकेत गोखले ने भी मोदी के खिलाफ शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि मोदी ने आंध्रप्रदेश के पलनाडु में लोकसभा सीट चिलकलुरिपेट में चुनावी रैली में भाग लेने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया था।

डेरेक बोले- लोकसभा चुनाव को सुप्रीम कोर्ट मॉनिटर करे
TMC के राज्यसभा सांसद डेरेक ने सोमवार (18 मार्च) को कहा कि हमारी पार्टी चाहती है कि लोकसभा चुनाव को सुप्रीम कोर्ट मॉनिटर करे। भाजपा की गंदी चालें भारत के चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को खत्म कर रही हैं। क्या भाजपा लोगों का सामना करने से इतनी घबरा गई है कि वह विपक्ष को निशाना बनाने के लिए ECI को पार्टी ऑफिस में बदल रही है।

साकेत गोखले ने भी की थी शिकायत
इससे पहले सोमवार को ही TMC सांसद साकेत गोखले ने भी PM मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि आंध्रप्रदेश के पलनाडु में लोकसभा सीट चिलकलुरिपेट में चुनावी रैली में भाग लेने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 17 मार्च को पलनाडु जिले के बोपुडी गांव में NDA की चुनावी सभा को संबोधित करने गए थे। रैली से सामने आए वीडियो में वे वायुसेना के हेलिकॉप्टर से उतरते नजर आए थे।

TMC सांसद साकेत ने आंध्रप्रदेश चुनाव आयोग को दी शिकायत की कॉपी सोशल मीडिया X पर भी शेयर की है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने 16 मार्च को चुनाव की तारीखों का ऐलान करते समय यह चेतावनी दी थी कि आचार संहिता के उल्लंघन से सख्ती से निपटा जाएगा।

TMC सांसद गोखले ने बताया कि उन्होंने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है, न कि सुप्रीम कोर्ट में; क्योंकि जब चुनाव चल रहे हों और आचार संहिता लागू हो तो अदालतों को चुनावी मामलों में हस्तक्षेप करने की परमिशन नहीं है। इसलिए PM मोदी पर चुनाव आयोग को ही कार्रवाई करनी चाहिए।

सोशल मीडिया यूजर बोले- SPG सिक्योरिटी वाले नेता यूज कर सकते हैं
एक यूजर ने चुनाव आयोग के 2014 के नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए कहा कि SPG सिक्योरिटी वाले लोग सरकारी वाहनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पर गोखले ने रिप्लाई किया कि यह मामला केवल बुलेटप्रूफ और एस्कॉर्ट व्हीकल जैसे जैमर कारों के लिए है। सुरक्षा कारणों के चलते IAF हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल इसके तहत नहीं आता।
चुनाव में सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल ने ही इंदिरा को अयोग्य बनाया था
आचार संहिता के नियम चुनाव प्रचार के लिए सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल पर रोक लगाते हैं। 1975 में इंदिरा गांधी को विशेष रूप से इसी कारण से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। सांसद गोखले ने कहा कि यदि भाजपा ने भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर को किराए पर लेने के लिए भुगतान किया है तो चुनाव आयोग को हम सभी को यह बताना चाहिए कि भारतीय वायुसेना का हेलिकॉप्टर ही क्यों चुना गया।

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