बीते दिनों प्रदेश के कई ठिकानों में आयकर विभाग की रेड पड़ी, जिसके बाद खबरों के अनुसार फाइनेंसर और रियल इस्टेट कारोबारियों के ठिकानों से मिले कैश में से 3.20 करोड़ रुपए कैश सीज कर लिया है। इसके साथ ही टीम को रायपुर- राजनांदगांव में चल रही जांच में प्रॉपर्टी में निवेश के ढेरों दस्तावेज के साथ करोड़ों के दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। आयकर विभाग की कार्रवाई अभी भी जारी है।
दरअसल, प्रदेश के अलग अलग जिलों में पड़ी आयकर की रेड में जांच अभी भी जारी है। जहां कैश को जब्त कर लिया गया है। वहीं, बताया जा रहा है कि ज्वेलरी का मूल्यांकन किया गया है। जिसमें राजनांदगांव के आवासीय परि
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का लिया गया बैकअप
फाइनेंसर और रियल इस्टेट कारोबारियों के पास उपलब्ध मोबाइल-लैपटॉप के डेटा का डिजिटल बैकअप ले लिया गया है। इनका मिलान आयकर रिटर्न और संचालकों के बयान से किया जाएगा। जांच में मिले दस्तावेज के आधार पर संचालकों का बयान लिया जा रहा है। संभावना है कि शनिवार यानी आज कुछ और ठिकानों की जांच पूरी हो सकती है। बता दें कि आयकर अन्वेषण की 50 सदस्यीय टीम ने राजधानी रायपुर में प्रकाश लूलिया, चंद्रकुमार अग्रवाल एवं राजनांदगांव में संजय शर्मा के 7 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। रायपुर में यह जांच कटोरातालाब, लॉ विस्टा, वीआईपी रोड, रामसागरपारा और देवेन्द्रनगर में की गई।सर से करीब तीन किलो ज्वेलरी मिली है जिसका मूल्यांकन कराया जा रहा है। अधिकांश ज्वेलरी बुक्स के रिकार्ड में दर्ज है इसलिए फिलहाल ज्वेलरी सीज नहीं की गई है।
2 दिनों से चल रही है इनकम टैक्स की जांच
रायपुर-राजनांदगांव के फाइनेंसर और रियल इस्टेट कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर छापे की कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही। गुरुवार-शुक्रवार को सभी आवासीय और व्यावसायिक परिसरों से मिले कैश में से 3.20 करोड़ रुपए कैश सीज कर लिया गया है। आयकर अफसरों ने कैश के संबंध में पूछताछ की और उसके बाद बुक्स के रिकार्ड में दर्ज कैश को छोड़ने के बाद शेष रह गया कैश सीज कर लिया गया है। प्रॉपर्टी में निवेश के दस्तावेज आयकर अफसरों को फर्म के संचालकों के आवास और कार्यालय से प्रॉपर्टी में निवेश के ढेरों दस्तावेज मिले हैं, जिनका मूल्यांकन कराया जा रहा है।