थोड़ी देर बाद फिर से फोन आया। इस बार दूसरे नंबर से फोन किया गया था।
पुलिस ने कहा कि जानकारी मिलने के बाद मौलवी के घऱ की तलाशी ली गई।
बाद में इबाद का शव घर के पिछवाड़े एक बोरे में मिला। इबाद के परिवार को अब भी पता नहीं है कि आखिर उनके बच्चे की हत्या क्यों की गई।
इबाद के परिवार के एक शख्स ने कहा, इबाद कभी अकेले घर से बाहर नहीं जाता था।
जब वह लापता हो गया तो उसकी फोटो सर्कुलेट की गई और पुलिस को जानकारी दी गई। हमें लगता था कि वह जिंदा होगा। अब पूरा परिवार सदमे में है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला है कि इबाद की मौत दम घुटने की वजह से हुई। उसका गला घोंट दिया गया था।
पुलिस ने बताया, इबाद ने अपने परिवार से पड़ोसी के बारे में कोई बात सुन रखी थी।
उसको लेकर अकसर वह उन्हें चिढ़ाता रहता था जिसपर वे आगबबूला हो जाते थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसी वजह से मौका पर उन लोगों ने इबाद की हत्या कर दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने परिवार और पुलिस को गुमराह करने के लिए ही किडनैपिंग का बहाना बनाया था।
उन्होंने फिरौती के लिए फोन भी इसीलिए किया था ताकि किसी का शक पड़ोसी पर ना जाए और हत्या के मकसद के बारे में पता ना चले।
हत्या के बारे में जब गांव के लोगों को पता चला तो लोगों ने मौलवी के घर में आग लगा दी। हालांकि इसके बाद पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया गया। पुलिस ने कुछ घंटे के अंदर ही हत्या की गुत्थी सुलझा ली।