चरणदास महंत के घर प्रदर्शन करते भाजपाइयों तोड़े बैरिकेट्स, पीएम मोदी पर आपत्तिजनक बयान के विरुद्ध दिल्ली से आया बयान..!

Spread the love

छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत के PM नरेंद्र मोदी पर दिए बयान पर सियासी पारा हाई है। अब भाजपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को जांजगीर-चांपा के सारागांव स्थित महंत के निवास का घेराव किया। बैरिकेडिंग तोड़कर कार्यकर्ता बंगले में घुसने लगे। इस दौरान पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की भी हुई।

विवाद का यह शोर दिल्ली तक पहुंच गया है। इससे पहले दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है। ये मोहब्बत की दुकान से कौन-कौन से फरमान निकल रहे हैं।

वहीं दुर्ग से सांसद और भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने कहा कि आपका पूर्व मुख्यमंत्री लठ मारेगा तो हम लाठी से जवाब देंगे। विजय बघेल पूर्व CM भूपेश बघेल के भतीजे भी हैं। दूसरी और छत्तीसगढ़ नाई समाज ने महंत के बाल और दाढ़ी नहीं काटने का ऐलान कर दिया है।

दुखद संकेत: भारतीय राजनीति में आपत्तिजनक उन्माद जो उदाहरण स्पष्ट करता हैं।

सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने PM मोदी के प्रति एक बार फिर से वैसे ही घटिया और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है, जो कांग्रेस निरंतर कहती चली आ रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रति जो ईर्ष्या है, जो द्वेष है, जो कम होने का एहसास है, उसके कारण से ऐसे बयान दिए जा रहे हैं। ये भारत की राजनीति के लिए दुखद संकेत हैं। महंत जी ने कहा है कि मोदी जी से मुकाबला करने के लिए एक ऐसा व्यक्ति चाहिए, जो लाठी मारकर उनका सिर फोड़ सके।’ ये मोहब्बत की दुकान से कौन-कौन से फरमान निकल रहे हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, ये कांग्रेस पार्टी अपने को गांधी की परंपरा का उत्तराधिकारी होने का दावा करती है। क्या गांधी जी लाठी इसीलिए रखते थे। त्रिवेदी ने कहा कि, ये उनके (महंत के) मुंह से फिसला हुआ शब्द नहीं है। उन्होंने निरंतर इसकी व्याख्या की गई है।

ये आज से नहीं चल रहा है। 2014 के चुनाव में आज के सहारनपुर से प्रत्याशी इमरान मसूद ने कहा था कि मोदी जी की बोटी-बोटी कर डालो। वहां से सिर फोड़ने तक चल रहा है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस पार्टी कितने निम्न स्तर तक के लिए तैयार है।

‘अब देश की जनता लठ मारकर भगाएगी’

दुर्ग सांसद विजय बघेल ने कहा कि, कांग्रेसी लगातार हार को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। कुछ भी बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि, आपका पूर्व मुख्यमंत्री लठ से मारेगा, हम लाठी से जवाब देंगे। हमसे आकर बात करो, हम हैं मोदी का परिवार।

उन्होंने कहा कि, भूपेश बघेल दुर्ग से राजनांदगांव क्यों भाग गए। हिम्मत है तो यहां से लड़कर दिखाएं। हम बताएंगे उनको। छत्तीसगढ़ की जनता ने लठ मारकर भगाया है, अब इस देश की जनता भी लठ मारकर भगाएगी।

‘जितनी बार अपशब्द कहे, कांग्रेस को मिली पटखनी’

भाजपा विधायक रिकेश सेन ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी को कांग्रेसियों ने जितनी बार अपशब्द कहें हैं, कांग्रेस को मुंह के बल पटखनी मिली है। इनके बेतुके बयान से मोदी जी पर लोगों का विश्वास और गहरा हुआ है। वहीं छत्तीसगढ़ सेन सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर रिकेश सेन ने ऐलान किया कि राज्य भर में कोई भी नाई अब डॉ. महंत के बाल और दाढ़ी नहीं काटेगा।

महंत के खेद जताने का डिप्टी CM ने दिया जवाब

प्रदेश के डिप्टी CM अरुण साव ने कहा कि, सब लोगों ने डॉ. महंत का बयान स्पष्ट देखा है। उनकी भाषा भी बिल्कुल वाजिब नहीं है। यह छत्तीसगढ़ महतारी, छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सभ्यता का अपमान है। ये जनता के बीच मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, राजनांदगांव में अराजकता फैलाने की कोशिश की जा रही है। यहां के लोग इस तरह की कुटिल राजनीति में नहीं फंसेंगे।

विवाद बढ़ने पर महंत ने दी थी सफाई

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास ने उनके बयान के बाद विवाद बढ़ने पर एक दिन पहले ही सफाई दी थी। महंत ने कहा था कि, उनके बयान को तिल का ताड़ बना दिया गया। प्रधानमंत्री सम्मानित पद है। मैंने ऐसा कुछ कहा ही नहीं है, लोग पता नहीं क्यों कह रहे हैं। मैं तो कबीरपंथी हूं, मैं इस तरह की गलत बात तो कर ही नहीं सकता। मेरी बातों से बुरा लगा है, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।

जानिए क्या है पूरा विवाद…

दरअसल, राजनांदगांव में मंगलवार को भूपेश बघेल के नामांकन के दौरान महंत ने विरोधियों पर निशाना साधा था। जनसभा में महंत ने कहा था, हमें नरेंद्र मोदी का मूड़ (सिर) फोड़ने वाला आदमी चाहिए। रात-दिन तंग करके चीन भेजने वाला आदमी चाहिए। एक संरक्षक चाहिए, अच्छा लाठी धर कर मारने वाला।

वहीं उन्होंने उद्योगपतियों को लेकर कहा कि, नवीन जिंदल ने रायगढ़ और पूरी खदानों को लूट लिया। इन लोगों ने हम छत्तीसगढ़ियों की ऐसी की तैसी की है। हमने ही इन्हें सिर पर चढ़ाकर रखा था। हमें कहने में शर्म नहीं है कि ऐसे लोगों को तो हमें जूते मारने चाहिए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *