राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान है। बीजेपी आक्रामक तरीके से प्रचार कर रही है। पीएम मोदी ने प्रचार की कमान संभाल रखी है। जबकि कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी अभी तक प्रचार के लिए नहीं आए है।
राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान है। बीजेपी आक्रामक तरीके से प्रचार कर रही है। कांग्रेस-बीजेपी में कांटे का मुकाबला है। पीएम ने प्रचार की कमान संभाल रखी है। लेकिन कांग्रेस की ओर से सीएम अशोक गहलोत की प्रचार की कमान संभाले हुए है। राहुल गांधी अभी तक प्रचार के लिए नहीं आए है। राहुल गांधी 40 दिन से राजस्थान नहीं आए है। राहुल गांधी ने 23 सितंबर को जयपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया था। इससे पहले वो 9 अगस्त को बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में एक रैली में शिरकत करने आए थे। सियासी जानकार इसके अलग-अलग सियासी मायने निकाल रहे हैं। जानकारों का कहना है कि राहुल गांधी राजस्थान में नजदीकी टक्कर की बात कह चुके हैं। ऐसे में राहुल गांधी का फोकस अन्य चार राज्यों पर है। हालांकि, प्रियंका गांधी दो रैलियां कर चुकी हैं। जबकि खड़गे भी दो जनसभाएं कर चुके हैं। लेकिन राहुल गांधी की एक भी जनसभा नहीं हुई है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि दिवाली बाद राहुल गांधी, खड़गे और प्रियंका गांधी की रैलियां होंगी। लेकिन प्रचार के लिए बहुत कम समय है। प्रियंका गांधी ने टोंक में 10 सितंबर और दौसा के सिकराय में 20 अक्टूबर तो दौसा के सिकराय में रैली की थी।
राहुल गांधी अभी तक नहीं आए प्रचार करने
चुनावों के ऐलान के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राजस्थान में दो रैलियां कर चुके हैं। उन्होंने पहली रैली बारां में 16 अक्टूबर को और दूसरी रैली जोधपुर में 6 नवंबर को की थी। इसी दिन राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने अपना नामांकन भी भरा था। प्रियंका गांधी भी राज्य में दो रैलियां कर चुकी हैं।प्रियंका गांधी ने टोंक में 10 सितंबर और दौसा के सिकराय में 20 अक्टूबर तो दौसा के सिकराय में रैली की थी। हालांकि राहुल गांधी आखिरी बार राजस्थान में चुनावों के ऐलान से पहले दिखाई दिए थे। राहुल गांधी ने 23 सितंबर को जयपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया था। इससे पहले वो 9 अगस्त को बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में एक रैली में शिरकत करने आए थे।
कांग्रेस के स्टार प्रचारक है राहुल गांधी
उल्लेखनीय है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों के चुनावों को ‘सेमीफाइनल’ के तौर पर देखा जा रहा है। मिजरोम में जहां वोटिंग हो चुकी है तो वहीं छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान बाकी है। इसके अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान औऱ तेलंगाना में भी अभी वोट डाले जाने हैं। चुनावों का ऐलान हुए काफी समय हो चुका है लेकिन तब से अब तक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राजस्थान से दूर हैं। राजस्थान में 25 दिसंबर को वोटिंग होनी है यानी मतदाताओं को रिझाने के लिए अब सभी दलों के पास एक पखवाड़े का समय है। राजस्थान के लिए कांग्रेस पार्टी के स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट में राहुल गांधी का नाम तीसरे नंबर पर है। इस लिस्ट में पहले नंबर पर मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी हैं। राहुल गांधी की राजस्थान से अब तक दूरी कांग्रेस पार्टी में ही फुसफुसाहट का विषय बन चुकी है लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी चुनाव बाद राज्य में कई रैलियां करने के लिए आ रहे हैं।
अक्टूबर में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया था
राजस्थान में समेत पांच राज्यों में 9 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया था। इसके बावजूद राहुल गांधी प्रचार के लिए नहीं आए है। जबकि मिजोरम में राहुल गांधी तीन दिन लगातार प्रचार कर चुके हैं। तेलंगाना में राहुल गांधी की रैलियां और रोड शो हो चुके हैं। जबकि तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान है। हालांकि, प्रियंका गांधी टोंक और दौसा जिले के सिकराय में दो रैलियां कर चुकी है। लेकिन राहुल गांधी की रैलियां नहीं हुई है। सियासी जानकारों का कहना है राजस्थान में हर पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन होता है। ऐसे में राहुल गांधी का फोकस मध्यप्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में ज्यादा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बेहतर स्थिति में बताई जा रही है। तेलंगाना में कड़ा मुकाबला है। कांग्रेस की सरकार बन सकती है। इसलिए राहुल गांधी राजस्थान की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं।सीएम अशोक गहलोत की योजनाओं की राहुल गांधी तारीफ कर चुके हैं। लेकिन चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए है।