भिलाई : रक्षक से भक्षक बने एक हवलदार को दुर्ग पुलिस कप्तान ने सस्पेंड कर दिया है ! पुलिस और एंटी क्राइम यूनिट की शाखा पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल को एसपी के निर्देश पर टीम ने 3 आईपीएल सट्टा खिलाने वाले आरोपियों को पकड़ा था !
लेकिन पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल हरीश चौधरी ने आरोपियों को छोड़ने के लिए 3 लाख रुपए की मांग कर डाली। एसपी जितेंद्र शुक्ला को गुप्त सूत्रों से जैसी ही इसकी जानकारी मिली हवलदार पर फौरन एक्शन ले लिया गया !
राष्ट्रबोध को मिली जानकारी के अनुसार क्राइम टीम ने 13 और 14 अप्रैल की मध्यरात्रि दुर्ग के पद्मनाभपुर क्षेत्र से 3 आरोपियों मृत्युंजय चंद्राकर के अलावा रायपुर के मनीष लेगवानी और चिरंजीवी भाटी को आईपीएल मैच पर सट्टा खिलवाते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। रायपुर के फार्म हाउस में दबिश देकर गिरफ्तार मनीष के पास से पुलिस ने 20 हजार रुपए नगद और लाखों की सट्टापट्टी जब्त की थी।
ऐसे हुआ पुलिस कप्तान का एक्शन
एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट (ACCU) ने आरोपियों को पकड़कर आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें पद्मनाभपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया। यहां मामले की जांच की जिम्मेदारी वहां के हवलदार हरीश चौधरी को दी गई। हरीश ने मामले में बड़ी पार्टी फंसने का फायदा उठाने की कोशिश की। उसने आरोपियों को बचाने के 3 लाख रुपए की मांग कर डाली।
दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि उनके पास शिकायत आई थी कि हेड कॉन्स्टेबल हरीश चंद्र चौधरी ने आईपीएल सट्टा खिलवाते हुए पकड़े गए आरोपियों से रिश्वत की मांग की है। इसलिए उसे सस्पेंड करते हुए पुलिस लाइन में अटैच किया गया है।