इजरायल पर ईरान के हमले को पांच दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक इजरायल ने पलटवार नहीं किया है।
हालांकि, इस बात की पूरी आशंका है कि इजरायल सप्ताहांत तक ईरान पर पूरी ताकत से हमला बोल सकता है।
इस बीच अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई मित्र देश इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से संघर्ष टालने की अपील कर रहे हैं लेकिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि उनकी नीति किसी भी दुश्मन को छोड़ने की नहीं रही है।
उधर, हमले की आशंका को देखते हुए ईरान के एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर ने गुरुवार को धमकी दी कि अगर इजरायल ने ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला किया तो वह उसके परमाणु ठिकानों को निशाना बनाएगा।
फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी ने कहा कि ईरानी परमाणु स्थलों की सुरक्षा करने वाले इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) इकाई के कमांडर अहमद हकतलब की यह टिप्पणी तब आई है जब इजरायल ने पिछले सप्ताह बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में ईरानी परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाने का संकेत दिया है।
हालांकि, कमांडर अहमद हकतलब ने कहा है कि इस प्रकार की इजरायली धमकियां कोई नई बात नहीं हैं और वह वर्षों पहले से धमकियां देने के अलावा, ईरान के परमाणु उद्योग के खिलाफ तोड़फोड़ एवं आतंकी कृत्यों को अंजाम देते रहे है।
हकतलब ने कहा कि हालांकि सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार परमाणु सुविधाओं पर हमला करने से रोका गया है, लेकिन ईरान हमेशा ऐसे खतरों से निपटने के लिए तैयार रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि ईरान ने इजरायल के परमाणु केंद्रों की पहचान की है और सभी लक्ष्यों के बारे में आवश्यक जानकारी प्राप्त की है और कहा कि ईरान ने “ट्रिगर पर अपनी उंगली रखी हुई है” जिससे अगर इजरायल कार्रवाई शुरू करता है तब उन लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए शक्तिशाली मिसाइलों का उपयोग किया जा सके।