“महादेव सट्टा एप केस: ASI चन्द्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, और सुनील दम्मानी स्पेशल कोर्ट में पेश”..!

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महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप केस में तीन आरोपी रायपुर की जेल से रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया है। बुधवार को महादेव सट्टा ऐप मामले में EOW की प्रोडक्शन वारंट स्पेशल कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था जिसके बाद सुनील दम्मानी, सतीश चंद्राकर और चंद्र भूषण वर्मा दोपहर 3 बजे कोर्ट लाया गया है।

EOW की टीम तीनों आरोपियों से पूछताछ करना चाहती है। इसलिए कोर्ट ने तीनों आरोपियों को रिमांड लेने आवेदन पेश किया गया है।
ASI चंद्रभूषण वर्मा को बताया मुख्य लाइजनर

EOW ने ED के प्रतिवेदन पर महादेव सट्टा एप मामले पर FIR दर्ज की है। ED ने अपनी जांच में पता चला है कि एएसआई चंद्रभूषण वर्मा छत्तीसगढ़ में मुख्य लाइजनर का काम कर रहा था। चंद्रभूषण दुबई के प्रमोटरों से हवाला के जरिए से हर महीने मोटी रकम लेता और इसे सीनियर पुलिस अफसरों को बांट रहा था और ED के मुताबिक राजनीतिक रूप से मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े लोगों को ‘संरक्षण राशि’ भी दी जा रही थी।

ED की अब तक की जांच से पता चला है कि करीब 65 करोड़ रुपये नगद मिले हैं। जिसे चंद्रभूषण वर्मा ने रिसीव किया और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं को रिश्वत बांटा है। ED ने गंभीर आरोप लगाते हुए जानकारी दी है कि ASI चंद्रभूषण वर्मा पुलिस में बहुत बड़े पोस्ट में नहीं था।

ASI वर्मा ने ईडी के सामने स्वीकार किया है कि वो कई बड़े ताकतवर लोगों से हर महीने बड़ी रकम रिश्वत में ले रहा था और भुगतान भी कर रहा था। साथ ही वर्मा ने ये भी स्वीकार किया है कि मई 2022 में पुलिस की कुछ कार्रवाई के बाद रिश्वत की रकम भी बढ़ाई गई। थी।

सुनील दम्मानी और सतीश चन्द्राकर पर ये आरोप

ED ने अपनी जांच ने पाया है कि सतीश चंद्राकर सट्टा एप के चार पैनल थे । जिससे वह आनलाइन सट्टा का संचालन करता था और अपनी और दूसरों को 5% कमीशन पर दिया था। वह महादेव ऑनलाइन बुक के प्रमोटरों की जेब से आने वाले पैसो को भी संभाल रहा था और महादेव ऑनलाइन बुक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए इसे अधिकारियों तक रुपए पहुंचाता था।

सुनील कुमार दम्मानी और उसका भाई अनिल दम्मानी हवाला ऑपरेटर हैं। दोनों भाई उन्होंने महादेव ऑनलाइन बुक के प्रमोटरों के लिए पुलिस और राजनीतिक व्यक्तियों के साथ संपर्क के लिए पैसों को बड़े पैमाने पर हवाला आवाजाही की सुविधा प्रदान करते थे।

EOW ने दो आरोपियों ने किया गिरफ्तार

24 अप्रैल को EOW ने महादेव स्ट्टा एप को लेकर पहली कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। EOW ने आरोपी राहुल वकटे और रितेश यादव को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। राहुल वकटे और रितेश यादव को EOW ने 6 दिन की रिमांड पर लिया है।

30 अप्रैल तक दोनों से EOW पूछताछ करेगी। राहुल वकटे की गिरफ्तारी दिल्ली और रितेश की गोवा से की गई है। टीम ने हवाला के 43 लाख रुपए भी सीज किए हैं। दोनों आरोपी अगस्त में निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार चल रहे थे।

गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने ED के प्रतिवेदन पर महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में 19 लोगो के खिलाफ नामदज FIR दर्ज की है। जिमसें सौरभ चंद्राकर,रवि उप्पल समेत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समते कई करोबारी के नाम है।

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