अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता लिमिटेड का इंटिग्रेटेड नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में 27.2 प्रतिशत घटकर 1,369 करोड़ रुपये रहा।
वेदांता ने बीएसई को दी सूचना में कहा कि कंपनी ने एक साल पहले 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में 1,881 करोड़ रुपये का इंटिग्रेटेड नेट प्रॉफिट कमाया था। गुरुवार को यह शेयर 1% से अधिक गिरकर 379 रुपये पर बंद हुआ था।
कंपनी ने क्या कहा?
कंपनी ने गुरुवार को बोर्ड मेंबर की बैठक के बाद शेयर बाजारों को बताया कि परिचालन से नेट रेवेन्यू वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में 6 प्रतिशत की गिरावट के साथ 34,937 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 37,225 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वेदांत का शुद्ध लाभ 2022-23 में 14,506 करोड़ रुपये से 48 प्रतिशत कम होकर 7,537 करोड़ रुपये रहा।
जबकि कुल राजस्व में 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 2023-24 में 1,41793 करोड़ रुपये रहा जबकि 2022-23 में यह 1,45,404 करोड़ रुपये था।
वेदांता के कार्यकारी निदेशक अरुण मिश्रा ने कहा, “वित्त वर्ष 2023-24 वेदांता के लिए एक उल्लेखनीय वर्ष रहा है। हमने अपने प्रमुख व्यवसायों में रिकॉर्ड उत्पादन हासिल किया है, जो परिचालन उत्कृष्टता पर हमारे निरंतर फोकस का प्रमाण है।”
बता दें कि वेदांता लिमिटेड, वेदांता रिसोर्सेज की सब्सिडियरी कंपनी है। यह एक विविध वैश्विक प्राकृतिक संसाधन कंपनी है, जिसका परिचालन भारत, दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया में तेल और गैस, जस्ता, सीसा, चांदी, तांबा, लौह अयस्क, इस्पात, एल्यूमीनियम तथा बिजली के क्षेत्र में है।