त्वचा के नीचे दिखने वाली नीली नसें कई बार भयंकर दर्द देती है।
इन दर्द वाली नीली नसों को वेरिकोज वेन्स कहते हैं। जो पैरों और पंजों में होती है। इन नीली नसों में दर्द कई बार असहनीय हो जाता है और ये शरीर में ब्लड सर्कुलेशन की समस्या का संकेत देता है।
पैर की इन नसों का हार्ट के फंक्शन में खास रोल होता है। क्योंकि ये ग्रैविटी के विपरीत पैर से ऊपर की तरफ यानी हार्ट में ब्लड को पंप करती हैं।
लेकिन जब इन नसों के वॉल्व ठीक से काम नहीं करते तो ब्लड का सर्कुलेशन नहीं हो पाता और नसें फूल जाती हैं और टेढ़ी-मेढ़ी होकर त्वचा से दिखने लगती हैं।
वैसे तो वेरिकोज वेन्स में पूरे इलाज की जरूरत होती है। लेकिन कुछ घरेलू उपचार और आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट इन नसों में होने वाले दर्द को कम कर सकते हैं।
वेरिकोज वेन्स के दर्द से राहत देने वाले 3 उपाय
अदरक की चाय
अदरक में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है जो नसों में हो रही सूजन को कम करता है। ऐसे में अदरक के टुकड़े को घिसकर पानी में उबालें।
साथ ही इसमे एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर भी डाल दें। अब पानी को उबालकर आधा कर लें और इस चाय को पिएं। दिन में दो बार ये चाय पीने से दर्द से राहत मिल सकती है।
पैर की मालिश
तिल या नारियल के तेल की मदद से पैरों की मालिश करें। मसाज शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद करता है।
पैरों की मसाज नीचे से ऊपर की तरफ तिल या नारियल के तेल से करें। ऐसा करने से दर्द में राहत मिलने और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद मिलती है।
सेंधा नमक के पानी में पैरों को डुबोएं
गुनगुने पानी में एक से दो चम्मच सेंधा नमक डालें। बाल्टी में इस पानी को भर लें और पैरों को डुबोकर बैठें। सेंधा नमक ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने, सूजन को कम करने में मदद करता है।
लगातार आधे घंटे तक सेंधा नमक मिले पानी में पैर डुबोकर बैठने से वेरिकोज वेन्स की सूजन में कमी आती है और दर्द से भी आराम मिलता है।