उत्तरी कश्मीर के सोपोर में सुरक्षाबलों ने शुक्रवार 26 अप्रैल को दो आतंकी मार गिराए। यहां सुरक्षाबलों ने गुरुवार को ऑपरेशन शुरू किया था। आतंकियों से मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए हैं। इस दौरान एक नागरिक के कंधे में गोली लगी। उसे जिला अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे श्रीनगर रेफर कर दिया गया।मुठभेड़ अभी भी जारी है।
नौपोरा इलाके में एक घर के अंदर आतंकियों के छिपे होने की सूचना थी। सुरक्षाबलों ने वहां घेराबंदी दी। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलाईं और वहां मुठभेड़ शुरू हो गई। गुरुवार 25 अप्रैल को रात अंधेरा होने पर ऑपरेशन रोक दिया गया था। आज सुबह फिर से गोलीबारी शुरू हुई, जिसमें दो आतंकी मारे गए।
मारे गए आतंकियों की पहचान नहीं हुई है। वहां लश्कर के डिवीजनल कमांडर उस्मान और लश्कर के संगठन TRF के कमांडर बासित डार के फंसे होने की जानकारी थी।
दो दिन पहले भी हुई थी मुठभेड़
इससे पूर्व मंगलवार को बांदीपोरा के रेंजी अरागाम में आतंकियों से मुठभेड़ में भी दो सैन्यकर्मी घायल हुए थे। पुलिस को गुरुवार दोपहर बाद पता चला कि स्वचालित हथियारों से लैस दो-तीन आतंकी सोपोर में किसी जगह अपने संपर्क सूत्र से मिलने आए हैं। ये आतंकी चुनाव के दौरान किसी वारदात को अंजाम देने का षड्यंत्र रच रहे हैं। शाम सात बजे के करीब जब सुरक्षाबल तलाशी लेते हुए आगे बढ़े तो मस्जिद से कुछ ही दूरी पर स्थित एक मकान में छिपे आतंकियों ने उन पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया।
पांच महीने पहले पांच आतंकी मारे गए
करीब पांच महीने पहले 17 नवंबर को कुलगाम के एक घर में छिपे पांच आतंकी मारे गए थे। इनमें से एक नाबालिग था। एक दिन पूर्व मिली सूचना के आधार पर सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ था। इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
पांचों आतंकी जिस घर में छिपे हुए थे, क्रॉस फायरिंग के दौरान उसमें आग लग गई। आतंकियों की बॉडी ड्रोन कैमरा के जरिए देखी गई थी। आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया था। इसमें 4 AK-47 राइफलें, 10 AK-47 मैगजीन, 2 पिस्तौल, 3 पिस्टल मैगजीन, 4 ग्रेनेड और बारूद पाउच शामिल थे। सभी आतंकी जम्मू-कश्मीर के ही रहने वाले थे।
ऑपरेशन में सेना की 34वीं राष्ट्रीय राइफल्स, 9 पैरा (एलीट स्पेशल फोर्स यूनिट), CRPF और राज्य पुलिस शामिल थी।
सितंबर में मेजर, DSP समेत 5 शहीद हुए थे
13 सितंबर को दो मुठभेड़ों में तीन अफसर और दो जवान शहीद हुए थे। शहीद अफसरों में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और डीएसपी हुमायूं भट थे। सुरक्षा बल अनंतनाग में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे, तभी यह मुठभेड़ हुई थी। तब दो आतंकी मारे गए थे।