छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में, युवकों ने झाड़-फूंक करने वाले को मार डाला। शव को गांव से 2 किमी दूर नाले में दफना दिया और मोबाइल और सिम को अलग-अलग जगह फेंक दिया। मृतक को समाज से बहिष्कार किया गया था, लेकिन मौत के घटने पर पूरा गांव आश्चर्यचकित हो गया। घटना धनोरा थाना क्षेत्र की है। एक महीने के बाद पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गला घोंट कर हत्या, बाइक से ले गए शव: आपसी विवाद के चलते चाचा की हत्या करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों ने गला दबाकर हत्या की और फिर शव को बाइक से छोटे बोकराबेड़ा ले जाकर दफना दिया। गिरफ्तार आरोपियों में शिवकुमार कुंजाम, मानकू मंडावी, सियाराम कुंजाम, और मंगलराम मंडावी शामिल हैं। उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
सतऊ राम झाड़-फूंक करता था। उनके परिवार को समाज ने साल 2013 में बहिष्कार कर दिया था। किसी भी सामाजिक काम उन्हें नहीं बुलाया जाता था और न ही उनके घर कोई जाता था। इसी बीच, 28 मार्च 2024 को परिवार का मुखिया सतऊ राम (42) एक शादी समारोह में गया था। कार्यक्रम के बाद भी वह वापस नहीं आया। इससे परिवार के लोग परेशान हो गए। पत्नी, 4 बच्चों और दादा समेत सभी का रो-रो कर बुरा हाल हो चुका था। पत्नी रजोन बाई ने बताया कि मेरे पति सतऊ राम झाड़-फूंक का काम करते थे।
जादू-टोना के शक में सामाजिक बहिष्कार
परिवार के मुताबिक, जादू-टोना के शक में गांव वालों ने पूरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। फिर भी हम 11 साल से जैसे-तैसे रह रहे हैं। इनसे न कोई न बात करता है, न ही किसी भी काम में इन्हें शामिल करते थे।
दृश्यम फिल्म देखकर रची हत्या की साजिश
बताया जा रहा है कि, हत्या पारिवारिक जमीनी विवाद के चलते की गई है। गांव के ही शिवकुमार ने दृश्यम फिल्म देखकर इस वारदात को अंजाम दिया था। उसका साथ दूसरे आरोपी महरू ने दिया। मर्डर के बाद गांव से दूर शव को नाले के किनारे दफन कर दिया।
संदिग्धों से पूछताछ में हुआ खुलासा
धनोरा थाना प्रभारी यशवंत श्याम ने बताया कि, टेक्निकल टीम और परिवार से मिले इनपुट के आधार पर दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें युवकों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और हत्या का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस आरोपियों को घटना स्थल लेकर पहुंची, जहां दोनों ने सतऊ राम को मारकर दफना दिया था।