धमतरी जिले में महिला को कुचलने वाला टस्कर एमई-3 हाथी गरियाबंद जिले की ओर बढ़ गया है। हाथी शनिवार तड़के पैरी नदी पार कर पांडुका रेंज में चला गया है। वन विभाग की टीम निगरानी के साथ ही हाथी विचरण क्षेत्र से 15 से 20 किमी रेंज तक के लोगों को एलीफैंट अलर्ट ऐप से मैसेज भेजकर अलर्ट कर रही है।
इस ऐप के लॉन्च होने के बाद हाथी के हमले से जिले में एक भी मौत नहीं हुई थी, लेकिन धमतरी और कांकेर जिले की वन विभाग की टीम ने इस ऐप पर कोई मैसेज नहीं भेजा। नतीजा डोकाल में 2 मई को घटना हो गई।
2 मई को हाथी ने महिला को कुचल दिया था
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, टस्कर हाथी महीनेभर पहले महासमुंद से गरियाबंद होते ही धमतरी आया था, जो 24 घंटे में धमतरी, बालोद जिले को क्रॉस कर आगे बढ़ गया। करीब महीनेभर विचरण कर वापस कांकेर पहुंचा। 1 मई को कांकेर जिले में विचरण करते हुए हाथी को वन विभाग के कर्मचारियों ने देखा। देर शाम जंगल में घुसने के बाद हाथी ने दूसरे दिन सुरेखा गोंड़ को केरेगांव रेंज में कुचलकर मार डाला। इसके बाद आगे बढ़कर मगरलोड की ओर चला गया।
पांडुका रेंज गरियाबंद वनमंडल के लिए अलर्ट जारी
4 मई को हाथी गरियाबंद वनमंडल में चला गया। सुरक्षा के लिहाज से पांडुका रेंज गरियाबंद वनमंडल को जानकारी देकर अलर्ट किया गया है। डीएफओ जाधव श्रीकृष्ण ने बताया कि एमई-3 हाथी पांडुका रेंज में चला गया है। उसके दोबारा लौटने की संभावना है। हाथी विचरण क्षेत्र में तेंदूपत्ता संग्रहण, महुआ बीनने और लकड़ी लेने जाने की सख्त मनाही है।