पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार के जमाने में महादेव सट्टा को बढ़ावा देने का कुप्रभाव अब नजर आ रहा है ! महादेव सट्टा पर कड़ाई से अंकुश लगाने के बाद अब सटोरिया नाम बदल बदल कर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे हैं ! जिसका उदाहरण कांकेर में देखा जा सकता है !
कांकेर में इन दिनों इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में जमकर सट्टा लगाया जा रहा है। आईपीएल को शुरू हुए 40 से अधिक दिन पूरे हो चुके हैं। वहीं मैचों में करोड़ों का दांव लगा रहे सटोरी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। शहर के चावल व्यवसायी और होटल स्टे इन के संचालक मनीष असरानी पर आरोप है कि वो ऑनलाइन सट्टा ऐप का नाम बदल-बदलकर शहर में आईपीएल मैचों पर दांव लगाकर सट्टे का कारोबार चला रहा है। इसमें शहर का युवा वर्ग सट्टे के कारोबारी के झांसे में आकर ज्यादा पैसों के लालच में इस अवैध काम में संलिप्त हो रहे हैं।
पुलिस के हाथ खाली, कारोबारी और सटोरी अब भी गिरफ्त से बाहर
आईपीएल मैच के शुरू होते ही अवैध ऑनलाइन सट्टे का खुलासा होने के बाद पुलिस हरकत में आई और सट्टा कारोबारी सहित मैच में लाखों रुपये का दांव लगाने वालों की तलाश शुरू की। हालांकि 40 से अधिक दिन बीत जाने के बाद भी कांकेर पुलिस सट्टा चलवाने वाले करोबारी का पता नहीं लगा पाई और न ही कोतवाली थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित पुराने बस स्टैंड पर मैचों में दांव लगाने वाले सटोरियों तक पहुंच पाई। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
ऑनलाइन सट्टा ऐप का नाम बदलकर कारोबारी ने पुलिस को किया गुमराह
आईपीएल शुरू होते ही होटल संचालक और चावल कारोबारी मनीष असरानी ने स्वास्तिक नाम से ऐप बनाकर मैचों पर सट्टा लगवा रहा था। मीडिया में स्वास्तिक ऐप से सट्टा लगाए जाने की खबर सामने आने के बाद सट्टा कारोबारी ने ऑनलाइन सट्टा ऐप का नाम स्वास्तिक से बदलकर बेट ऑनली 777 (BETONLY777) कर लिया। इसके बाद से अवैध ऑनलाइन सट्टे का कारोबार संचालित कर रहा है।
कारोबारी जा चुका है जेल
पहले स्वास्तिक और अब BETONLY777.com नाम का एप्लीकेशन लॉन्च कर सट्टेबाजी कर रहा कारोबारी पहले भी जेल जा चुका है। जिले से बाहर रहकर आरोपी कारोबारी होटल में अपने एक कर्मचारी के हाथों पैसा लेकर ऐप की आईडी देता है और मैचों पर दांव लगवाता है।
शिकायत मिली है, जांच जारी- एडिशनल एसपी
ऑनलाइन सट्टे को लेकर एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर रावटे ने कहा कि वर्तमान में ऐसी कुछ शिकायतें मिली हैं। शिकायत के आधार पर इसकी जांच की जा रही है, साथ ही एक टीम बनाकर पहचान कार्रवाई की जा रही है। सबूत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।