छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के अंजोरा में शिव की भक्त में एक युवक ने चाकू से अपनी जीभ काट ली। उसकी दूसरी पत्नी मूकबधिर है, जिसे वो बहुत चाहता है। इसलिए एक वजह यह भी बताई जा रही है। इस घटना पर उसे कोई अफसोस नहीं है। मामला अंजोरा चौकी क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम थनौद निवासी राजेश्वर निषाद (37) ने बुधवार की सुबह करीब 8 बजे गांव के तालाब के किनारे बैठा था। इसी दौरान अपनी जीभ काटकर एक पत्थर पर रख दिया। फिर कुछ बड़बड़ाने लगा। लोगों को लगा कि वो कुछ मंत्र जाप कर रहा है।
इसकी सूचना तत्काल अंजोरा पुलिस को दी गई। तालाब किनारे मौजूद लोगों ने उसे ऐसा करते देखा और तत्काल अस्पताल ले गए।
‘पत्नी से समानता के लिए काटी जीभ’
राजेश्वर निषाद की पहली पत्नी से उसका तलाक हो चुका है। वो वर्तमान में अपनी दूसरी पत्नी और एक बेटी के साथ ग्राम थनौद में रहता है। परिवार वाले भी इस घटना का स्पष्ट कारण नहीं बता पा रहे हैं। राजेश्वर निषाद की दूसरी पत्नी मूकबधिर है। बताया जा रहा है कि वो अपनी दूसरी पत्नी को बहुत चाहता भी है। इसलिए उसने अपनी पत्नी से बराबरी करने के लिए ऐसा किया है।
अधिक खून से पहले अस्पताल में कराया गया भर्ती
अंजोरा चौकी प्रभारी राम नारायण ध्रुव ने बताया कि थानाऊद गांव में राजेश्वर निषाद के जीभ काटने की सूचना मिली थी। पूछताछ करने पर बताया कि वह भगवान शिव का भक्त है। उन्हें जीभ काटकर अर्पण किया है। अत्यधिक खून बहने के चलते उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वही उसके पत्नी और बच्चे के विषय में भी जानकारी मिली है। आगे की जांच जारी है। वहीं, उसके पिता ने पुलिस को बताया कि उसने घर में सब्जी काटने वाले चाकू से जीभ को काट लिया है। क्यों काटा, इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है।
ओम नमः शिवाय जपता रहता था- भाई
राजेश्वर के भाई जागेश्वर ने पुलिस को बताया कि राजेश्वर मजदूरी का काम करता था। सुबह 6 बजे उठकर आबादी पारा स्थित तालाब में नहाकर शिव मंदिर में जल चढ़ाता था। दिनभर गुमसुम रहता था और ओम नमः शिवाय जपता रहता था। जीभ काटने की खबर लगने के बाद सभी मौके पर पहुंचे थे। राजेश्वर की पहली पत्नी महमरा और दूसरी पत्नी सांकरा गांव की थी।