स्वीप में बनाया रिकॉर्ड, वोटिंग में सबसे पीछे : बिलासपुर में लाखों खर्च करने के बाद भी नहीं बढ़ा मतदान ! घर से नहीं निकले 7.40 लाख वोटर्स…!!

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बिलासपुर में लोकसभा चुनाव के लिए शत-प्रतिशत वोटिंग का दावा कर जिला प्रशासन ने स्वीप मतदाता जागरूकता अभियान में भले ही वर्ल्ड रिकार्ड बना लिया, लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ाने में अफसर पूरी तरह से नाकाम साबित हुए। मतदाता जागरूकता अभियान में लाखों रुपए खर्च करने पर भी स्थिति ये रही कि 7 लाख 40 हजार 816 मतदाताओं ने वोट ही नहीं किया और बिलासपुर में सबसे कम मतदान हुआ। विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी लाखों खर्च करने के बावजूद मतदान बढ़ने के बजाय उल्टे घट गया। जिला निर्वाचन कार्यालय ने मतदाताओं को जागरूक करने 100 से अधिक कार्यक्रम किए। इसमें क्रिकेट प्रतियोगिता, रंगोली, दीप प्रज्वलन, मानव श्रृंखला, वाद-विवाद, जागरूकता रैली, साइकिल रैली ही नहीं थर्ड जेंडर को भी मतदान की शपथ दिलाई गई। जागरूकता अभियान चलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना लिया गया। इसके बावजूद प्रशासनिक अमला मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक लाकर मतदान कराने में नाकाम रहा।

पिछले लोकसभा चुनाव से भी कम हुई वोटिंग

जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार बिलासपुर लोकसभा स्थित 8 विधानसभा क्षेत्रों से कुल 64.77 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया है। सर्वाधिक मतदान कोटा और मुंगेली विधानसभा के लोगों ने किया है। इसी तरह कोटा और तखतपुर विधानसभा की महिलाओं ने भी लोकसभा में रिकार्ड तोड मतदान किया है। इस चुनाव में 65.53 पुरुष और 64.01 प्रतिशत महिलाओं ने अपने अधिकार का प्रयोग किया है। बता दें पिछली बार लोकसभा चुनाव में 64.36 वोटिंग हुई थी। इस बार दो लाख से अधिक वोटर बढ़े हैं। इसके बाद भी वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी नहीं के बराबर हुई है।

कोटा, तखतपुर में सर्वाधिक मतदान

बिलासपुर लोकसभा सीट के आठ विधानसभा क्षेत्रों में कोटा और तखतपुर विधानसभा में सर्वाधिक मतदान हुआ है। कोटा में 69.66 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वहीं, तखतपुर विधानसभा में 69.51 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।

जहां हुई ज्यादा वोटिंग, वहां पुरुषों की संख्या अधिक

इस चुनाव में जहां सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है, वहां वोट डालने वाले पुरुष मतदाताओं की संख्या अधिक है। तखतपुर, कोटा और मुंगेली के पुरुष मतदाताओं ने सबसे ज्यादा वोटिंग की है। तखतपुर में 70.17, कोटा में 69.79 और मुंगेली में 68.0941 पुरुषों ने मतदान किया। वहीं बिलासपुर में 58.87, मस्तूरी में 59.20 और बिल्हा में 66.75 प्रतिशत पुरुषों ने वोटिंग की है।

बिलासपुर में मतदान करने में पीछे रहीं महिलाएं

बिलासपुर लोकसभा सीट पर महिला मतदाताओं की संख्या 10 लाख 46 हजार 626 है। यहां पुरुष मतदाताओं की अपेक्षा महिलाएं वोट करने घर से बाहर नहीं निकलीं, जिसके चलते सबसे कम वोटिंग हुई। बिलासपुर में 55.26 फीसदी महिलाएं ही वोट करने मतदान केंद्र पहुंचीं। वहीं कोटा विधानसभा क्षेत्र में 69.53, मुंगेली 66 प्रतिशत से अधिक और लोरमी विधानसभा में 65 प्रतिशत से अधिक महिलाओं ने मतदान किया।

जानिए बिलासपुर लोकसभा अंतर्गत 8 विधानसभा क्षेत्रों में कितना हुआ मतदान

बिलासपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें बिलासपुर, बेलतरा, बिल्हा, कोटा, मस्तूरी और तखतपुर के साथ ही मुंगेली और लोरमी भी शामिल हैं। लोकसभा सीट पर इस बार कुल मतदाताओं की संख्या 21 लाख 2 हजार 687 है। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में 12.09 प्रतिशत यानी 2 लाख 26 हजार 783 मतदाता बढ़े।

इसके बावजूद इस बार 13 लाख 61 हजार 871 मतदाताओं ने ही वोट डाला। वोट प्रतिशत के हिसाब से कोटा में 69.66%, लोरमी में 66.4884%, मुंगेली में 67.0649%, तखतपुर में 69.51%, बिल्हा में 65.76%, बिलासपुर में 57.04%, बेलतरा में 65.21%, मस्तूरी में 59.20% महिला-पुरुषों ने मतदान किया है।

वोट प्रतिशत के हिसाब से जीत-हार का बना रहे समीकरण

चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे। इससे पहले ही मतदान के बाद प्रमुख राजनीतिक पार्टी भाजपा और कांग्रेस 7 मई को हुए मतदान के बाद वोट प्रतिशत के आधार पर हार-जीत का अंदाजा लगा रहे हैं। बिलासपुर में हुई कम वोटिंग को कांग्रेस अपने पक्ष में बता रही है। वहीं कोटा, मुंगेली और लोरमी जैसे क्षेत्रों में हुए अधिक मतदान को लेकर भी खासा समर्थन मिलने का दावा किया जा रहा है। दूसरी तरफ भाजपा नेता वोट प्रतिशत को छोड़कर हर विधानसभा में लीड मिलने का दावा कर रहे हैं।

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