छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 12 नक्सलियों को मार गिराया है। शुक्रवार देर शाम सभी के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। मौके से BGL, बंदूक, नक्सल वर्दी, पिट्ठू, दवाइयां, और विस्फोटक मिले हैं। वहीं मुठभेड़ में STF और DRG के दो जवान भी घायल हुए हैं। इस साल जनवरी से अब तक 131 दिन में जवानों ने 103 नक्सली ढेर किए हैं।
जानकारी के मुताबिक, हार्डकोर नक्सली कमांडर लिंगा, पापाराव समेत बड़े लीडर्स का गंगालूर के पीडिया में जमावड़े की सूचना मिली थी। इसके बाद दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा तीन जिलों से फोर्स ने जॉइंट ऑपरेशन लॉन्च किया था। सुबह से ही DRG, STF CRPF की कोबरा बटालियन समेत फोर्स के 1200 से ज्यादा जवानों ने इलाके को घेर रखा था।
अफसरों के मुताबिक, नक्सलियों की पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई। डीआईजी कमलोचन कश्यप ने मीडिया को बताया कि, नक्सलियों ने BGL दागा था, उसकी चपेट में एक जवान आया है, जबकि दूसरा जवान IED ब्लास्ट में घायल हुआ है।
गोली से बचने नक्सलियों ने वर्दी उतारी
10 मई को बीजापुर जिले में हुई मुठभेड़ के बाद सभी 12 शव भी बरामद कर लिए गए हैं। मौके से BGL, बंदूक, नक्सल वर्दी, पिट्ठू, दवाइयां, और विस्फोटक मिले हैं। वहीं मुठभेड़ के दौरान STF और DRG के दो जवान भी घायल हुए हैं। इसके अलावा 3 नक्सली भी घायल हुए हैं। इसके अलावा क्रॉस फायरिंग में एक ग्रामीण को भी गोली लगी है। तीनों घायल नक्सली और ग्रामीण को जिला मुख्यालय लाया गया है।
बताया जा रहा है कि, जवानों की गोली से बचने नक्सलियों ने एक नई स्ट्रेटजी अपनाई। मुठभेड़ स्थल में ही हथियार छोड़कर अपनी काली वर्दी उतार दी और सादा कपड़ा पहनकर गांव में घुस गए। ताकि पुलिस उनपर हमला न करें। हालांकि, पुलिस ने शक के आधार पर कुछ लोगों को पकड़ा है। जिनकी पहचान की जा रही है।
CM साय ने फोर्स को दी बधाई
CM विष्णुदेव साय ने कहा कि हम नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद समाप्त हो। डबल इंजन की सरकार है, नक्सलवाद को खत्म करने के लिए हमें केंद्र से पूरा सहयोग मिल रहा है।
बस्तर में हुई मुठभेड़ में 100 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं
प्रदेश में इस साल जनवरी से अब तक बस्तर में हुई मुठभेड़ में जवानों ने 100 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया है। कांकेर और नारायणपुर मुठभेड़ के अलावा 6 अप्रैल को CG-तेलंगाना राज्य की सीमा पर मुठभेड़ हुई थी। इन तीनों मुठभेड़ों में कुल 42 नक्सली मारे गए थे। वहीं, 2 अप्रैल को बीजापुर के करचोली में हुई मुठभेड़ में 13 नक्सली मारे गए। 5 अप्रैल को दंतेवाड़ा में हुए एनकाउंटर में 1 नक्सली ढेर हुआ था।
पश्चिम बस्तर डिवीजन का कमांडर है पापाराव
पीडिया के मुठभेड़ में शामिल पश्चिम बस्तर डिवीजन का कमांडर नक्सली पापाराव DKSZC (दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी) मेंबर है। इस पर करीब 40 लाख रुपए से ज्यादा का इनाम घोषित है। करीब 2 लेयर की सुरक्षा में रहता है। बस्तर में हुई मुठभेड़ों का मास्टरमाइंड है। समय-समय पर यह अपना ठिकाना बदलता रहता है।
कांकेर मुठभेड़ में मारे गए थे 29 नक्सली
15 अप्रैल को कांकेर जिले के माड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया था। इनमें नक्सली लीडर शंकर राव भी शामिल था। मुठभेड़ में BSF इंस्पेक्टर रमेश चौधरी सहित 3 जवान घायल हुए। उस दौरान मौके से 5 AK-47 बरामद की गईं थी। मुठभेड़ के वक्त नक्सली दोपहर का खाना खाकर बेफिक्र होकर बैठे थे। यह नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा सफल ऑपरेशन था।
29 अप्रैल को नारायणपुर में 10 नक्सली हुए थे ढेर
छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर नारायणपुर के अबूझमाड़ इलाके में 29 अप्रैल की सुबह DRG और STF के जवानों के साथ हुई मुठभेड़ में जिसमें 63 लाख के 10 नक्सली मारे गए थे। इनमें 3 महिला माओवादी शामिल थीं। बाद में सभी शवों की पहचान भी हो गई थी। घटनास्थल से एक AK-47 समेत भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुआ था।
नक्सली बाइक हेलमेट पहनकर गोलीबारी करते हैं
छत्तीसगढ़ में फोर्स से मुठभेड़ के दौरान नक्सली बाइक हेलमेट पहनकर गोलीबारी करते हैं। ऐसा हर एक नक्सली नहीं करता, बल्कि एक टुकड़ी या बटालियन में सिर्फ वे नक्सली करते हैं जो स्नाइपर गन, LMG चलाते हैं, या फिर जो UBGL दागता है। इसके अलावा उस टुकड़ी के पास सबसे खतरनाक हथियार ऑपरेट कर रहा नक्सली ही हेलमेट पहनता है।