दुर्ग : मृत्यु के बाद भी मानवता की भलाई के लिए मृत शरीर दान देने की एक और अनुकरणीय पहल दुर्ग शहर में की गई। आदित्य नगर,एचआईजी 1/17 निवासी अविनाश वाजपेयी के मरणोपरांत उनकी पार्थिव काया परिजनों द्वारा प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी के माध्यम से चिकित्सा अध्ययन हेतु दान कर दी। सितंबर 2021 में दिवंगत अविनाश वाजपेयी के साथ उनके छोटे भाई आशीष वाजपेयी ने सपत्नीक देहदान की वसीयत पवन केसवानी की काउंसलिंग के पश्चात जारी की थी। परिजनों द्वारा देहदानी अविनाश वाजपेयी के निधन की सूचना पर पवन केसवानी द्वारा उनका पार्थिव शरीर दान करने की औपचारिकता सम्पन्न कारवाई गई। मृत शरीर चिकित्सा अध्ययन एवं अध्यापन हेतु राजीवलोचन आयुर्वेदिक कॉलेज चंदखुरी को दान किया गया। देहदान से पूर्व उपस्थितजनों को इस बारे में संक्षिप्त संबोधन के पश्चात सामूहिक मौन के साथ श्रद्धांजलि अर्पित करवाई गई। इस नेक पहल के दौरान उपस्थित लोगों में आशीष वाजपेयी, विद्युत चौधरी, जय बैनर्जी, राकेश साहू, दीपेश मंडल, मीरा दुबे, मधुप शर्मा, गवेश यादव, पुष्पा इंगोले, ममता शर्मा,सुनीता बाजपेई अनुराग बाजपेई, मनीषा बाजपेई, संजय गुप्ता, रोहित रंगारी ,वासुदेव रायकवार, डीके बोस सहित अनेक गणमान्य प्रबुद्धजन उपस्थित थे। प्रनाम के द्वारा विगत 16 सालों में अभी तक 2000 से ज्यादा लोगों को देहदान की वसीयत छत्तीसगढ़ के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध करवाया गया है। जिनमें 205 लोगों के मरणोपरांत उनकी पार्थिव काया चिकित्सा अध्ययन हेतु उपलब्ध करवाई जा चुकी है। देहदान,अंगदान एवं नेत्रदान की पहल से जुड़ने के लिए प्रनाम की इस नेक पहल से जुड़ने के लिए मोबाइल नंबर 9479273500 में संपर्क किया जा सकता है ।