दुर्ग जिले के जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र में ढलाई के दौरान बाफना गोल्फ क्लब का पोर्च भरभराकर ढह गया। इससे वहां काम करने वाले 13 मजदूर बुरी तरह घायल हो गए। सूचना मिलते ही 112 की टीम वहां पहुंची। लोगों की मदद से सभी मजदूरों को अलग-अलग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। हादसा बुधवार शाम 5 बजे दुर्ग जिले के ग्राम चिखली में हुआ है। दरअसल, बाफना के काफी बड़े क्षेत्रफल में गोल्फ क्लब बन रहा था। इस क्लब के पोर्च की ढलाई का कार्य किया जाना था। इसके लिए ठेकेदार ने काफी कमजोर सेंटरिंग लगाई थी। बुधवार को जब मजदूर ढलाई का कार्य कर रहे थे उसी दौरान स्ट्रक्चर गिर गया और 13 मजदूर उसमें दब गए। स्ट्रक्चर गिरने से वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
27 फिट ऊंचे पोर्च के ऊपर मौजूद थे 8 मजदूर
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ढलाई के दौरान 8 मजदूर 27 फिट ऊंचे पोर्च के ऊपर मौजूद थे। वहीं 4 मजदूर नीचे थे। जैसे ही पोर्च भरभराकर गिरा सभी मजदूर उस मलबे में समा गए। इसके बाद वहां चीख-पुकार शुरू हो गई। सूचना मिलते ही जेवरा सिरसा चौकी पुलिस भी वहां पहुंची। राहत और बचाव कार्य करके कई घंटे बाद सभी मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया।
हादसे में 2 श्रमिकों को आई गंभीर चोट
जेवरा सिरसा चौकी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दुर्घटना में दो श्रमिकों को गम्भीर चोटें आई हैं। घायल हुए मजदूरों में से 4 मजदूरों को जिला अस्पताल, 4 मजदूरों को महिमा अस्पताल और 5 मजदूरों को साईं अस्पताल केलाबाड़ी दुर्ग में भर्ती कराया गया है। यहां से कुछ मजदूरों को गंभीर हालत के चलते बीएम शाह हॉस्पिटल में रेफर किया गया है।
ये मजदूर हुए घायल
हादसे में घायल मजदूर सुखमनदास मानिकपुरी (40 साल) निवासी मठपारा दुर्ग, महेंद्र कुमार वैष्णव (34 साल) निवासी डौंडी बालोद, सुखचैन यादव (42 साल) निवासी पुरई उतई और उदय कुमार टेमरे (20 साल) निवासी बाफना बाड़ी चिखली को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसके साथ लुकेश कुमार बंजारे (36 साल) निवासी कोसा बालोद, हेमलता चंदेल (32 साल) निवासी स्टेशन मरोदा भिलाई, पूर्णिमा कोसरे (43 साल) निवासी अंडा दुर्ग और डिलेश्वर साहू (27 साल) निवासी तेजू राइस मिल के पास दुर्ग को साई अस्पताल दुर्ग में भर्ती कराया गया है।
बाकी मजदूर गोपाल राम (33 साल) मरोदा भिलाई, पुष्पा बारले (30 साल) मरोदा भिलाई, धर्म ठाकुर (32 साल) सिर्री बालोद, खिलावन साहू (34 साल) रिसाली भिलाई और प्रमिला साहू (37 साल) स्टेशन मरोदा भिलाई को महिला अस्पताल दुर्ग में भर्ती कराया गया है।
निर्माण के दौरान सुरक्षा की अनदेखी
इतने बड़े स्लैब की ढलाई के दौरान सुरक्षा का बिल्कुल ध्यान नहीं दिया गया था। जेवरा सिरसा चौकी पुलिस के मुताबिक किसी भी मजदूर को 27 फिट ऊंचाई में काम कराने के बाद भी ना तो हेलमेट दिया गया था, ना ही अन्य सुरक्षा के उपाए किए गए थे। सेंटरिंग की मजबूती को लेकर भी लापरवाही बरती गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।