पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार को बीएससी फर्स्ट ईयर के रिजल्ट घोषित किए गए। 42 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। कोरोना काल के तीन साल को छोड़कर 2015 के बाद से इस बार सबसे अच्छा रिजल्ट है। इस सप्ताह बीए फर्स्ट ईयर के नतीजे भी आने की संभावना है। पिछले साल के मुकाबले इस बार रिजल्ट में पांच प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। पिछली बार 38 प्रतिशत छात्र पास हुए थे। बीएससी फर्स्ट ईयर की परीक्षा में 11417 परीक्षार्थी थे। इनमें से 4816 पास हुए है। जबकि 5205 फेल, 1352 को पूरक मिला है। विभिन्न कारणों से 44 छात्रों के नतीजे रोके गए हैं। जबकि 136 अनुपस्थित रहे। वर्ष 2015 से लेकर 2024 के रिजल्ट का एनालिसिस करने से पता चलता है कि इस बार ही सबसे अच्छा रिजल्ट है। क्याेंकि, कोरोना काल के तीन साल वर्ष 2020, 2021 और 2022 की वार्षिक परीक्षा छात्रों ने घर से दी। इस वजह से इन तीनों वर्षों में अधिकांश छात्र पास हुए थे। वर्ष 2023 में जब परीक्षा हुई तो इसमें 38 प्रतिशत पास हुए। इसके पहले 2019 में 41%, 2018 में 37, 2017 में 35, 2016 में 29 और 2015 में 28.65 प्रतिशत रहा।
इस तरह से ज्यादा संख्या में छात्रों के फेल होने के बाद भी इस बार बार रिजल्ट अच्छा माना जा रहा है। गौरतलब है कि विवि की परीक्षा 5 मार्च से मई के तीसरे सप्ताह तक हुई थी। इस बीच रविवि से बीए फर्स्ट को छोड़कर यूजी के लगभग सभी नतीजे जारी किए जा चुके हैं।
फर्स्ट डिवीजन वाले यूजी फर्स्ट ईयर में फेल
बारहवीं में फर्स्ट डिवीजन यानी न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक पाने वाले बड़ी संख्या में छात्र यूजी फर्स्ट ईयर में फेल हुए हैं। दरअसल, रविवि से संबद्ध डेढ़ सौ कॉलेज हैं। इनमें बारहवीं के नंबर के आधार पर यूजी में प्रवेश मिलता है। जिन कॉलेजों में बीएससी है, वहां ज्यादातर उन्हीं छात्रों को एडमिशन मिलता है जो बारहवीं में फर्स्ट डिवीजन से पास हुए है। क्योंकि हर बार साइंस का कटऑफ ज्यादा रहता है। कुछ दिनांे पहले बीकॉम व बीसीए फर्स्ट ईयर के रिजल्ट भी जारी हुए थे। दोनों कक्षाओं मंे आधे से ज्यादा छात्र फेल हुए थे।
15 दिन के भीतर रीवैल के आवेदन
बीएससी फर्स्ट ईयर के रिजल्ट से नाखुश छात्र पात्रतानुसार रीवैल व रीटोटलिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए बुधवार यानी 19 जून से प्रक्रिया शुरू होगी। दरअसल, रिजल्ट जारी होने के 15 दिनों भीतर ही पुनर्मूल्यांकन व पुनर्गणना के लिए आवेदन स्वीकार किए जाते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। रविवि की वेबसाइट से रीवैल के फार्म भरे जा सकते हैं।