सुकमा – बस्तर के नक्सलियों ने अब नकली नोट छापकर बाजारों में खपाने का नया हथकंडा अपना लिया है। सुकमा पुलिस ने इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए भारी मात्रा में नकली नोट और नकली नोट छापने की मशीन बरामद की है।
पुलिस को मिली थी नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना:
- भेज्जी थाना क्षेत्र के मैलासूर, कोराजगुड़ा, दंतेशपुरम और आसपास के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी।
- इस सूचना पर सुकमा से जिला बल, DRG, बस्तर फाइटर्स और CRPF के जवानों को सर्चिंग ऑपरेशन पर रवाना किया गया था।
नक्सली भाग निकले, सामान बरामद:
- जैसे ही जवान कोराजगुड़ा की तरफ पहुंचे, नक्सलियों को भनक लग गई और वे अपना सामान छोड़कर भाग निकले।
- सर्चिंग ऑपरेशन में पुलिस ने नकली नोट छापने की मशीन, हथियार और अन्य सामान बरामद किया।
बरामद सामान:
- कलर प्रिंटर मशीन
- ब्लैक प्रिंटर मशीन
- इन्वर्टर
- भारी मात्रा में बंदूक और बंदूक के बैरल
- प्रिंटर मशीन कॉटिज
- ईमेज किंग
- 118 जीपीएस पाउडर
- 50, 100, 200 और 500 रुपए के नकली नोट
- 500 के 6 नकली नोट
- 100 के 4 नकली नोट
- 200 के 4 नकली नोट
- 50 के 2 नकली नोट
आर्थिक तंगी से जूझ रहे नक्सली:
- पुलिस अफसरों का कहना है कि नक्सली आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। इसी तंगी को दूर करने के लिए उन्होंने नकली नोट छापना शुरू कर दिया था।
- बरामद नकली नोटों और प्रिंटर मशीन से साफ है कि नक्सली भारी मात्रा में नकली नोट छाप चुके हैं।
नक्सलियों के पास पैसों की कमी:
- सुकमा SP किरण चव्हाण ने बताया कि पुलिस के अभियान के कारण नक्सलियों का सप्लाई चेन टूट गया है।
- जिसके कारण नक्सलियों के पास पैसों की कमी हो रही है।
- बस्तर के कुछ इलाकों में बड़े नक्सली कार्डर ने हर एरिया कमेटी के कुछ नक्सलियों को 2 महीने तक नकली नोट छापने की ट्रेनिंग दी थी।
यह घटना नक्सलियों की हताशा और आर्थिक तंगी को दर्शाती है। पुलिस नक्सलियों के इस नए हथकंडे पर नजर रख रही है और कड़ी कार्रवाई करने की बात कह रही है।