इट इज वन अर्थ वन फैमली एंड देयर्स ओनली वन फ्यूचर: सेल अध्यक्ष श्री अमरेंदु प्रकाश

Spread the love

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अध्यक्ष श्री अमरेंदु प्रकाश को स्वीडन में “एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन” के 5वें संस्करण में विशिष्ट वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। श्री अमरेंदु प्रकाश ने 25 जून 2024 को उप्साला विश्वविद्यालय – कैंपस गोटलैंड, विस्बी, स्वीडन में आयोजित सेमिनार में भारत से उद्योग विशेषज्ञ के रूप में पैनल चर्चा में भाग लिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन सम्बंधित विभिन्न विषयों पर वैश्विक सहयोग बढ़ाने के लिए विविध रणनीतियों पर अपनी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की।

“एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन” के 5वें संस्करण का विषय “संबंध फॉर क्लाइमेट” है, जिसमें “संबंध” के लिए हिंदी और स्वीडिश शब्दों को मिलाकर वैश्विक चुनौतियों, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में सहयोगात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।

पैनल चर्चा के दौरान अपने संबोधन में सेल के चेयरमैन श्री अमरेंदु प्रकाश ने कहा, कि जलवायु परिवर्तन एक ऐसी चीज है जो आपके चेहरे के रंग को नहीं देखती, इसकी कोई सीमा नहीं है। यदि वैश्विक तापमान बढ़ रहा है तो इसका असर यूरोप, भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका पर भी पड़ेगा। जलवायु परिवर्तन अप्रत्याशित है और यह सभी को प्रभावित करेगा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसके लिए हमने अतीत में क्या किया या हम भविष्य में क्या करने जा रहे हों। मानवता के लिए सामूहिक रूप से इस चुनौती से निपटने का यह सही समय है। डीकार्बोनाइजेशन कंपनी की प्राथमिकता सूची में नहीं है, बल्कि हमारी कंपनी सेल में डीकार्बोनाइजेशन को अस्तित्व का प्रश्न घोषित किया गया है। श्री अमरेंदु प्रकाश ने कहा, यह अस्तित्व का प्रश्न है, व्यवसाय की प्राथमिकता नहीं। यही कारण है कि हम एक-दूसरे के साथ सहयोग करने और चर्चा करने के लिए यहां आए हैं, क्योंकि यही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है। सबसे पहले, डीकार्बोनाइजेशन को परिभाषित करने की जरूरत है और विशेष रूप से इस्पात उद्योग के संबंध में, इसके लिए सबसे पहले हमें ऊर्जा की खपत को कम करने और नई तकनीकों का उपयोग करने के तरीकों की तलाश करने की जरूरत है, ताकि केवल व्यावसायीकरण न किया जाए बल्कि इसे सभी के साथ साझा भी किया जा सके। जिससे जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौती से सामूहिक रूप से निपटा जा सके, क्योंकि यह एक पृथ्वी, एक परिवार है और इसका केवल एक ही भविष्य है।

इस कार्यक्रम में विचारोत्तेजक पैनल चर्चाएं, क्लाइमेट एक्शन इनोवेशन पर प्रस्तुतियां शामिल थीं। जिसमें दोनों देशों के थॉट लीडर्स, उद्योग विशेषज्ञ और शिक्षाविद शामिल थे। स्वीडन में 5वें “एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन” सेमिनार में प्रतिष्ठित वक्ताओं में स्वीडन और लातविया में भारत के राजदूत श्री तन्मय लाल, भारत में स्वीडन के राजदूत श्री जान थेस्लेफ का संबोधन सेमिनार में सुनाया गया। मंत्री के राज्य सचिव (जलवायु और उद्यम मंत्रालय, स्वीडन) श्री डैनियल वेस्टलेन, अध्यक्ष (थर्मैक्स लिमिटेड) श्रीमती मेहर पुदुमजी तथा अन्य सम्मानित व्यक्ति शामिल थे।

“एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन” कार्यक्रम में, श्री अमरेंदु प्रकाश की उपस्थिति ने न केवल सेल के पहललूओं को प्रदर्शित किया, बल्कि ‘ग्रीन एंड मोर सस्टेनेबल फ्यूचर’ के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने में भारत की अहम भूमिका को और भी मजबूत किया है। श्री प्रकाश की भागीदारी इस्पात उद्योग में सस्टेनेबल प्रैक्टिस के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और वैश्विक जलवायु लक्ष्यों में इस्पात उद्योग के योगदान देने के प्रयासों को उजागर करती है।

आधिकारिक तौर पर यह कार्यक्रम अल्मेडालेन सप्ताह के हिस्से के रूप में 2019 में शुरू किया गया। यह कार्यक्रम थॉट लीडर्स, उद्योग विशेषज्ञ, शिक्षाविदों, सरकारों और उद्योगों के लिए यह बहु-विषयक मंच, विकास, नवाचार के विचारों और ज्ञान-साझाकरण से संबन्धित, आदान-प्रदान और सहयोग करने का लक्ष्य रखता है। यह कार्यक्रम, ‘स्वीडिश और भारतीय नवाचार पारिस्थितिकी तंत्रों के बीच सहयोग, किस तरह से स्थिरता के लिए नए दृष्टिकोण, रूपरेखा और समाधान को बढ़ावा दे सकता है और जो सभी के लिए उपलब्ध हो’ इस बात पर ध्यान केंद्रित करते हुए आयोजित किया गया। यह प्रतिष्ठित मंच जलवायु कार्रवाई, संधारणीय विकास और सहयोगी नवाचार जैसे वैश्विक विषयों के लिए सहयोगी मार्गों और अभिनव समाधानों पर चर्चा करने के लिए प्रभावशाली आवाजों को एक साथ लाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *