भिलाई| धमधा विकासखंड के ग्राम चीचा में इन दिनों प्रवासी पक्षी एशियन ओपनबिल स्टार्क का डेरा है। गांव वाले बताते हैं कि उनके यहां ये पक्षी दशकों से इसी मौसम में आते हैं। गांव के तालाब में ये अपना मुख्य आहार घोंघे खाते हैं। पास ही बरगद के पेड़ पर घोसला बनाकर रहते हैं। ब्रीडिंग के बाद जैसे ही बच्चे बड़े होते हैं, ये यहां से उड़ जाते हैं। इनका आना अच्छे मानसून का शुभ संकेत माना जाता है। गांव में इसका कोई शिकार नहीं करता। घोसला उजाड़ने पर भी मनाही है। गांव वाले इसे मेहमान मानते हैं। ये घोंघे और कीड़े को खाते हैं, जिससे तालाब की सफाई भी हो जाती है।