उज्जैन । लोकायुक्त पुलिस ने आज उज्जैन में पीएचई विभाग की एक सहायक यंत्री को 60 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी महिला अधिकारी ने ठेकेदार से जल जीवन योजना के तहत घटिया काम का भुगतान दिलाने के लिए रिश्वत मांगी थी।
ठेकेदार की शिकायत पर कार्रवाई:
- ठेकेदार अक्षय पाटीदार ने बताया कि उन्होंने 2020 में घट्टिया ब्लाक के झीतरखेड़ी और कालूखेड़ी गांवों में नल कनेक्शन और पानी की टंकी बनाने का ठेका 80 लाख रुपये में लिया था।
- काम में देरी के कारण विभाग ने 10 लाख रुपये का भुगतान रोक दिया था।
- तीन सालों से भुगतान न मिलने से परेशान होकर ठेकेदार ने सीएम हेल्पलाइन और लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई।
लोकायुक्त का जाल:
- शिकायत की जांच के बाद लोकायुक्त ने 1 जुलाई को जाल बिछाया।
- ठेकेदार ने रिश्वत की रकम सहायक यंत्री को उनके कार्यालय में दी।
- इसी दौरान लोकायुक्त टीम ने महिला अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
अधीक्षण यंत्री पर भी जांच:
- पूछताछ में आरोपी महिला अधिकारी ने बताया कि उसने रिश्वत की रकम अधीक्षण यंत्री के कहने पर मांगी थी।
- लोकायुक्त ने अधीक्षण यंत्री के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है।
कर्मचारियों में खुशी:
- पीएचई विभाग के कर्मचारियों ने लोकायुक्त की कार्रवाई पर खुशी जताई है।
- उनका कहना है कि आरोपी अधिकारी अक्सर भ्रष्टाचार और मनमानी करती थीं।