लड़ाई-झगड़ा, चाकू चलना रोज की बात
शराब दुकानों के अहातों में शराब पीने के बाद लोगों में रोज रोज लड़ाई हो रही है। कई बार तो हत्याएं तक हो चुकी हैं। चाकू चलना और डरा-धमका पर्स, मोबाइल छिनना आम बात हो गई है। पुलिसवाले शराबी हैं रोज का कम है कहकर एफआईआर भी नहीं करते हैं। समझाइश देकर ही मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की जाती है। यह परेशान तब और बढ़ जाती है जब शराबी लोग सड़क पर आकर आम लोगों से विवाद करने लगते हैं। कई बार सड़क पर चाकू लहराने की भी शिकायतें आ चुकी हैं।
अहाता वाले बोले- नियम माना तो नुकसान
शहर में जितने अहाते खोले गए हैं वो सभी टेंडर से अलॉट किए गए हैं। ठेका लेने वाले लोगों ने बोली लगाकर इन अहातों को लिया है। शहर में सबसे महंगा अहाता गंड मंडी का 95 लाख रुपए में दिया गया है। अब अहाता संचालकों का कहना है कि उन्होंने इतना महंगा अहाता लिया है कि नियम से इसे चलाएंगे तो बड़ा नुकसान होगा। यही वजह है कि अहाता लेने वाले शराब दुकान के पास की खाली जमीन के अलावा बाहर भी कब्जा कर लिया है। चखना सेंटर खोलने के साथ ही वहां डिस्पोजल, पानी और दूसरी चीजें भी दोगुना दाम में बेची जा रही है।
सभी मुख्य सड़कों पर लग रहा जाम इसका असर दूसरी सड़कों पर भी
अहातों की वजह से फाफाडीह चौक से अंडरब्रिज, पंडरी से लोधीपारा चौक, एमजी रोड से गुरुनानक चौक, संुदरनगर से रायपुरा चौक, मोवा से सड्डू, संतोषीनगर से सेजबहार, गंड मंडी से तेलघानी नाका चौक समेत कई सड़कों पर रोजाना शाम से रात तक जाम लग रहा है। इस जाम का असर शहर की दूसरी सड़कों पर भी पड़ रहा है। इस वजह से शाम के समय सड़कों पर गाड़ियों का दबाव और बढ़ जाता है। खासतौर पर इन सड़कों से लगे बायपास सड़कों पर गाड़ियां बेहद फंस रही हैं। पहले शहर में शराब दुकानें थी, लेकिन अहातों की संख्या कम थी। लेकिन अब जिलेभर में करीब 64 अहाते खोल दिए गए है।
समाधान– मनमानी नहीं होगी, जाम भी खत्म करेंगे
किसी भी अहाता संचालक को मनमानी करने नहीं दिया जाएगा। जिस भी सड़क पर जाम लग रहा है वहां सिस्टम बनाकर ठीक करेंगे। शराब पीकर हंगामा करने वालों से भी पुलिस सख्ती से निरपटेगी। पेट्रोलिंग भी बढ़वाएंगे।
विकास गोस्वामी, उपसंचालक जिला आबकारी