महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के झलप स्थित उप तहसील कार्यालय में सोमवार को नायब तहसीलदार युवराज साहू से छिलपावन के युवक कुलप्रीत सिंह उर्फ अमन ने मारपीट व गाली-गलौज की थी। घटना के बाद से नायब तहसीलदार की शिकायत पर मामला दर्ज कर कुलप्रीत को जेल भेजा गया है। इधर घटना को लेकर नायब तहसीलदार संघ प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन पर है। वहीं नायब तहसीलदार के प्रति झलप क्षेत्र के ग्रामीणों का गुस्सा फूटा है। बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार युवराज साहू के खिलाफ आवेदन देकर गंभीर शिकायत की। नायब तहसीलदार साहू पर ग्राम सरेकेल निवासी पूर्व कोटवार शिवकुमार बघेल ने शिकायत आवेदन दिया कि कोटवारी स्थाई करने साहू ने 40 हजार की मांग की। नहीं देने पर कोटवारी कार्य से हटा देना बताया।
कलेक्ट्रेट पहुंचे झलप के ग्रामीण ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में झलप तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार और पटवारी द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत की। नायब तहसीलदार और पटवारी को तत्काल प्रभाव से झलप कार्यालय से मुक्त करने की मांग की गई। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में शम्मी सलूजा, देवा नायक, किशन कोसरिया, कुलजीत सलूजा ,कमल कौशिक, सागर साहू, वरियाम सिंह, विजय पटेल, यूनुस खान, देवेंद्र रौतिया, मुन्ना साहू, राजू साहू, कोमल लोधी, तरुण पटेल, नूतेंद्र पटेल, कमलेश पटेल आदि उपस्थित थे।
झलप नायब तहसीलदार पर रिश्वत लेने का आरोप
भतीजी का जाति प्रमाण-पत्र के लिए मांगे थे पैसेईश्वर ध्रुव पिता तेजराम ध्रुव निवासी ग्राम सरेकेल पोस्ट तुरेंगा ने लिखित आवेदन में बताया कि उनके द्वारा उप तहसील कार्यालय झलप में भतीजी गरिमा ध्रुव (12) पिता बसंत ध्रुव का नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन करने के लिए जाति प्रमाण पत्र के लिए आनलाइन आवेदन सितंबर 2023 को किया था।
15 दिवस में जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं होने पर उपतहसील कार्यालय में पदस्थ नायब तहसीलदार युवराज साहू से संपर्क किया तो उन्होंने 20 हजार रुपये की मांग की। इस पर एसडीएम कार्यालय महासमुंद जाकर अधिकारी उमेश कुमार साहू से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। उन्होंने आनलाइन आवेदन जांच करके 10 कार्यालयीन दिवस में जाति प्रमाण पत्र जारी हो जाने का आश्वासन दिया। एक महीने बीत जाने के बाद युवराज साहू से मुलाकात कर अपने आवेदन के बारे में पूछताछ करने पर 10 हजार रुपये देने पर ही जाति प्रमाण पत्र जारी करना कहा गया। बच्ची के भविष्य को देखते हुए मजबूरन 10 हजार रुपये नायब तहसीलदार युवराज को नगद दिया। इस पर युवराज ने अगले दिन आने को कहा। दूसरे दिन उनसे मुलाकात करने पर उनके द्वारा दुर्व्यवहार किया गया और एसडीएम से शिकायत करते हो कहकर जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं करूंगा कहा गया और आज तक जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ। इसके कारण प्रतिभावान बच्ची को नवोदय में प्रवेश नहीं मिल पाया और उसे मुफ्त शिक्षा से वंचित होना पड़ा और उन्हें निजी स्कूल में बच्ची को पढ़ाना पड़ रहा है। नायब तहसीलदार झलप युवराज साहू ने कहा, ये सभी शिकायतें बेबुनियाद हैं। इन्हें शिकायत थी, तो जब यह हुआ तभी उच्च अधिकारियों के पास क्यों नहीं गए। अब चूंकि मेरे साथ घटना हुई और मैंने मामला दर्ज कराया तो यह सब योजना बनाकर शिकायत की जा रही है।