सोलर पैनल की लागत 4 साल के बिजली बिल जितनी:फिर 21 साल फ्री बिजली मिलेगी, खरीदने से लेकर सर्विस तक 5 जरूरी सवालों के जवाब

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नई दिल्ली। सर्विस यानी, जो कंपनी सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी की पूरी प्रोसेस में मदद करें, पैनल लगवाते समय और पैनल लगने के बाद कोई परेशानी आने पर उसका समाधान करें और समय-समय पर मेंटेनेंस का भी ध्यान रखें। सोलर पैनल्स की लाइफ 25 साल की होती है, इसलिए आफ्टर सेल्स सर्विस जरूरी है।

ये कुछ कॉमन सवाल है जो घर पर सोलर पैनल लगवाने से पहले कई सारे लोगों के मन में होते हैं। ऐसे में सोलर पैनल लगवाने से जुड़े कई सारे सवालों के जवाब जानने के लिए हमने बात की फ्रेयर एनर्जी की को-फाउंडर राधिका चौधरी से। पढ़िए उनका पूरा इंटरव्यू…

सवाल: मार्केट में कई सारे वेंडर्स हैं, उनकी कीमतों में काफी अंतर देखने को मिलता है। ऐसे में कस्टमर्स रूफटॉप सोलर कैसे सिलेक्ट करें?
जवाब:
 मैं इतने सालों से इस बिजनेस में हूं, इसके बाद भी नेकेड आईज से पैनल की क्वालिटी समझ नहीं पाऊंगी। मार्केट में टियर-2, टियर-3 टाइप के भी प्रोडक्ट आते हैं। पैनल की कीमतों में 10%-15% का ही अंतर आता है। अगर सोलर लगवाते समय कस्टमर को लगता है कि मेरा 10-15 हजार बच गया, लेकिन पैनल खराब होने पर पैसे खर्च करने पड़ते हैं।

इसलिए आफ्टर सेल्स सर्विस के हिसाब से पैनल चुनना चाहिए। हमारे पैनलों में भी एक- दो जगह परेशानी आई थी, लेकिन हमने फ्री में इन्हें रिप्लेस किया। इसके साथ ही कस्टमर को सोलर पैनल लगवाते समय अगर फाइनेंस नहीं करवाना है तब भी फाइनेंस के बारे में पूछना चाहिए। अगर प्रोडक्ट अच्छा होता है तब ही बैंक उसपर लोन देता है। सवाल: कई घरों का कनेक्शन 1kw का होता है और वह 3kw का सोलर लगवाना चाहते हैं तो ऐसे में ग्राहक कैसे अपनी कैपेसिटी बढ़वा सकता है?
जवाब: हम बिजली कनेक्शन की कैपेसिटी बढ़वाने में भी लोगों की मदद करते हैं। कई राज्यों में यह प्रोसेस ऑनलाइन है, जिसके कारण वहां तुरंत कनेक्शन अपडेट हो जाता है। वहीं जहां प्रोसेस ऑनलाइन नहीं है वहां ऑफलाइन माध्यम से कनेक्शन कैपेसिटी बढ़वाते हैं। कनेक्शन के नाम में भी अगर बदलाव की जरूरत है तो वो भी हमारी कंपनी करवाती है।

सवाल: कई लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि सर्दियों या बारिश के दिनों में जब सूरज कई दिनों तक नहीं निकलता तब ये कैसे काम करेगा?
जवाब: 
हम वहीं सोलर पैनल लगाते हैं जहां इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन होता है। हम सोलर को बिना बैटरी के लगाते हैं, जिसे ऑन ग्रिड सिस्टम कहा जाता है। यूजर के तौर पर आपको यह नहीं पता चलेगा कि बिजली सोलर से आ रही है कि डॉयरेक्ट ग्रिड से। बस आपका बिल कम आएगा। सोलर पैनल सर्दी और मानसून में भी बिजली जनरेट करता है, लेकिन ये गर्मियों की तुलना में थोड़ी कम होती है।

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