छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल में एक मरीज तेज बुखार से स्ट्रेचर पर तड़प रहा था, लेकिन हॉस्पिटल स्टाफ ने इलाज करने से मना कर दिया। उनका कहना था कि ओपीडी टाइम खत्म हो गया है। दवाई भी नहीं दी गई, जबकि स्टाफ बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट करते रहे। इसका VIDEO सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो मरीज के परिजनों ने बनाया है जिसमें वे इलाज करने और दवाई देने की गुजारिश कर रहे हैं, लेकिन स्टाफ बर्थडे केक काटने के चक्कर में मरीज को तड़पता छोड़ दिए।
OPD में एक महिला स्टाफ बैठी थी
वीडियो में दिख रहा है कि OPD में एक महिला स्टाफ बैठी है। उसके सामने ही बाहर एक मरीज स्ट्रेचर पर तड़प रहा है, लेकिन वो ये कहकर इलाज करने से मना कर रही है कि ओपीडी का टाइम खत्म हो गया है। आप थोड़ी देर रुक कर इमरजेंसी में मरीज का इलाज करवा लो।
दूसरे काउंटर से दवा ले लें, उनका टाइम खत्म हो गया
इतना ही नहीं जब परिजन ने कुछ दवा देने के लिए कहा तो महिला स्टाफ ने कहा कि उसने दवाई लिख दी है, काउंटर से ले लो। जब परिजन दवा काउंटर पर पहुंचे तो वहां भी स्टाफ मौजूद नहीं था, तो दूसरे काउंटर से दवा ले लेने की बात कही गई।
ट्रामा यूनिट में सहकर्मी की बर्थ-डे पार्टी
मरीज के परिजन ने जो वीडियो बनाया है वो 12 जुलाई शुक्रवार दोपहर 2 बजे का है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि ड्यूटी खत्म होने की बात कहकर दवा नहीं देने वाले कर्मचारी ट्रामा यूनिट में अपने एक सहकर्मी का बर्थडे इंजॉय कर रहे हैं।
ड्यूटी डॉक्टर ने घायलों का नहीं किया इलाज
इसी दौरान वहां 108 एंबुलेंस दो घायल भी पहुंचे। एक का सिर फटा हुआ था और दूसरे के शरीर में काफी चोट आई थी। एंबुलेंस कर्मचारी ने उनका इलाज जल्दी करने की बात कही, लेकिन बर्थडे पार्टी में व्यस्त डॉक्टर और सहकर्मी ने उनका इलाज नहीं किया। जब बर्थडे पार्टी खत्म हो गई तब इलाज किया गया।
सिविल सर्जन को फोन किया, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई
मरीज के परिजन ने घटना के दौरान सिविल सर्जन डॉ. हेमंत कुमार साहू को पूरी जानकारी देनी चाही तो उन्होंने कलेक्टर मीटिंग में होने की बात कहकर RMO से शिकायत करने की बात कही। इसके बाद अब तक इस मामले में उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मामले में जब सिविल सर्जन डॉ. हेमंत कुमार साहू से बातचीत की गई, तो उनका कहना था कि उन्हें पूरी जानकारी नहीं थी। वह इसकी जानकारी लेकर कार्रवाई करेंगे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।