वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में NPS ‘वात्सल्य’ स्कीम का ऐलान किया। प्राइवेट सेक्टर में एम्प्लॉयर्स के लिए NPS कॉन्ट्रीब्यूशन लिमिट एमप्लॉई की बेसिक सैलरी के 10% से बढ़ाकर 14% भी कर दी है। इसके अलावा मुद्रा लोन की लिमिट 20 लाख हो गई है।
1. NPS ‘वात्सल्य’ स्कीम, माता-पिता कर सकते हैं बच्चों की पेंशन का इंतजाम
NPS वात्सल्य को बच्चों के बड़े होने पर उनकी फाइनेंशियल सिक्योरिटी एन्श्योर करने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस स्कीम में माता-पिता बच्चों की ओर से निवेश कर सकते हैं। बालिग होने पर अकाउंट रेगुलर NPS में बदल जाएगा।
बच्चे के 18 साल के होने पर इस स्कीम को नॉन-NPS स्कीम में भी बदला जा सकता है। रेगुलर NPS स्कीम रिटायरमेंट फंड बनाने में मदद करती है। ज्यादा रिटर्न के लिए NPS कॉन्ट्रीब्यूशन को स्टॉक और बॉन्ड जैसे बाजार से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट किया जाता है।
मान लीजिए कि आपका बच्चा 3 साल का है। इस स्कीम में अगर आप 10,000 रुपए की SIP करते हैं तो बच्चे के 18 साल का होने पर करीब 63 लाख रुपए का फंड जमा हो सकता है…
2004 में शुरू हुआ था NPS, इसमें रिटायरमेंट पर रेगुलर इनकम
- NPS को भारत के सभी नागरिकों को रिटायरमेंट इनकम देने के लिए 2004 में शुरू किया गया था। इसे पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) रेगुलेट करता है।
- सब्सक्राइबर्स अपने हिसाब से इक्विटी, कॉरपोरेट बॉन्ड, गवर्नमेंट बॉन्ड के बीच फंड एलोकेशन चुन सकते हैं। ऑटो-चॉइस लाइफसाइकल फंड चुनने का भी ऑप्शन है।
- रिटायरमेंट पर, कॉर्पस के एक हिस्से का इस्तेमाल एन्यूटी खरीदने के लिए होता है। इनकम टैक्स एक्ट 80C और 80CCD(1B) के तहत कटौती का फायदा भी मिलता है।
दो तरह के NPS अकाउंट, बैंक से ले सकते हैं
NPS में दो तरह के अकाउंट मिलते हैं। टियर I अकाउंट में विड्रॉल पर प्रतिबंध है और मिनिमम इन्वेस्टमेंट 500 रुपए है। जबकि टियर II अकाउंट में लिक्विडिटी की सुविधा मिलती है। इसका मिनिमम कॉन्ट्रीब्यूशन 1,000 रुपए है। इसे बैंक के जरिए लिया जा सकता है।
NPS में एम्प्लॉयर्स कॉन्ट्रीब्यूशन लिमिट 10% से बढ़ाकर 14% की
- प्राइवेट सेक्टर में एम्प्लॉयर्स के लिए NPS कॉन्ट्रीब्यूशन लिमिट एमप्लॉई की बेसिक सैलरी के 10% से बढ़ाकर 14% कर दी गई है। नई लिमिट प्राइवेट और पब्लिक दोनों सेक्टर के कर्मचारियों के लिए है।
- NPS में एम्प्लॉयर का कॉन्ट्रीब्यूशन ऑप्शनल है। फिर भी, आजकल कई कंपनियां NPS फैसिलिटी देती हैं, ताकि वे खुद आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 36 (i) (IV) के अनुसार टैक्स बेनिफिट ले सकें।
2. मुद्रा लोन की लिमिट दोगुनी हुई, MSME को अब 10 लाख की जगह 20 लाख तक लोन
बजट में मुद्रा लोन की लिमिट दोगुनी कर दी गई है। पहले इस स्कीम के तहत MSME के लिए 10 लाख रुपए तक का लोन मिलत था, जो अब 20 लाख रुपए कर दिया गया है। हालांकि इसका फायदा केवल उन्हीं लोगों को मिलेगा जो इस स्कीम में पहले लोन लेकर चुका चुके हैं।
अभी इस योजना में 3 कैटेगरी में दिए जाते हैं लोन
मुद्रा योजना में अभी अपने बिजनेस शुरू करने वाले लोगों को तीन कैटेगरी में लोन दिया जाता है। पहली कैटेगरी है शिशु। इसमें 50,000 रुपए का लोन मिलता है। दूसरी कैटेगरी है किशोर जिसमें 50,000 रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है। तीसरी कैटेगरी है तरुण जिसमें 5 लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है।
लोन लेने के लिए गारंटी की जरूरत नहीं
2015 में शुरू हुई इस योजना का मकसद रेहड़ी-पटरी वाले से लेकर छोटे कारोबारी को बिना किसी गारंटी के लोन मुहैया कराना है। कोई भी व्यक्ति जो अपना खुद का काम शुरू करना चाहता है, वह इस योजना के तहत लोन ले सकता है। इसके साथ ही अगर कोई अपने मौजूदा व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहता है, तो भी उसे इस योजना के जरिए लोन मिल सकता है।
लोन लेने के लिए बताना होगा बिजनेस प्लान
सबसे पहले आवेदक को एक बिजनेस प्लान तैयार करना होगा। लोन के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज भी तैयार करने होंगे। सामान्य दस्तावेजों के साथ बैंक आपसे आपका बिजनेस प्लान, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, भविष्य की आय के अनुमान संबंधी दस्तावेज भी मांगेगा। जिससे उसे आपकी जरूरत की जानकारी हो, साथ ही यह भी अंदाजा लग सके कि आपको फायदा कैसे होगा या फायदा कैसे बढ़ेगा।
10 से 12% की सालाना ब्याज दर पर लोन
मुद्रा लोन में कोई निश्चित ब्याज दर नहीं है। अलग-अलग बैंक लोन पर अलग-अलग दर से ब्याज वसूल सकते हैं। ब्याज दर कारोबार की प्रकृति और उससे जुड़े जोखिम के आधार पर तय होती है। आमतौर पर 10 से 12% सालाना ब्याज दर रहती है।
4 स्टेप में मुद्रा लोन अप्लाय करने की प्रोसेस
- सबसे पहले आप किस बैंक/वित्तीय संस्थान से लोन लेना चाहते हैं, यह तय कर लें। आवेदक एक से अधिक बैंकों का चयन कर सकता है। बैंक को दस्तावेजों के साथ लोन एप्लिकेशन फॉर्म भरकर जमा करना होगा।
- मुद्रा लोन के लिए आपको आवेदन फॉर्म के साथ बिजनेस प्लान या प्रोजेक्ट रिपोर्ट, पहचान संबंधी दस्तावेज जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र आदि की फोटो कॉपी देनी होती है।
- मुद्रा लोन के लिए उस सरकारी या किसी अन्य बैंक या वित्तीय संस्थान में आवेदन देना होगा, जो मुद्रा लोन देता हो। आवेदन के लिए आपके कारोबार की पूरी जानकारी/प्लान सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।
- आवेदन सही पाए जाने पर बैंक या वित्तीय संस्थान मुद्रा लोन पास करेगा और आवेदक को मुद्रा कार्ड (डेबिट कार्ड) प्रदान किया जाएगा। आप इससे अपने हिसाब से खर्च कर सकते हैं।