छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में ACB और EOW की टीम ने छापेमारी कर महादेव सट्टा ऐप का पैनल चलाने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दुर्ग से उठाकर टीम रायपुर ले गई है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक टीम जल्द ही दुर्ग भिलाई में और भी ठिकानों पर छापेमारी कर सकती है। महादेव सट्टा ऐप के मामले की जांच कर रही ACB यानी एंटी करप्शन ब्यूरो और EOW की टीम प्रदेश भर में छापेमार कार्रवाई कर रही है। इसके लिए अलग-अलग 16 टीमों का गठन किया गया है। सोमवार को दुर्ग जिले में भी चार अलग-अलग जगहों पर ACB और EOW की टीम ने छापामार कार्रवाई की। इसके लिए टीम ने दुर्ग क्राइम ब्रांच और स्थानी पुलिस का भी सहयोग लिया।
ACB और EOW की टीम ने न्यू ख़ुर्शीपार के बंगाली मोहल्ला निवासी विश्वजीत राय और अतुल के यहां सोमवार सुबह छापेमारी की और घर से ही दबोच लिया। टीम ने भिलाई में फरीदनगर स्थित मोहम्मद सद्दाम के निवास पर भी छापेमारी की, लेकिन सद्दाम के निवास पर ताला लगा हुआ था। सद्दाम के निवास पर ED की टीम ने भी कार्रवाई की थी। टीम को एक कांग्रेस नेता के भाई की भी तलाश है।
जिम चलाता था विश्वजीत राय
न्यू ख़ुर्शीपार से गिरफ्तार किया गया विश्वजीत रॉय जिम चलाने का काम करता था। पिछले कुछ महीनों से उसका जिम बंद पड़ा है। बताया जा रहा है कि यह काम बंद करके उसने महादेव सट्टा एप का पैनल चलवाना शुरू कर दिया था। इसी के सिलसिले में ACB ने विश्वजीत को हिरासत में लिया है।
वहीं उसके साथी अतुल को भी हिरासत में लिया गया है। वह बी विश्वजीत के सात ही सट्टा पैनल चलाने का काम करता है। बताया जा रहा है कि विश्वजीत राय कुछ महीने पहले दुबई रहकर आया है। उसके बाद भिलाई आते ही उसके ठाठ बदल गए और महंगी गाड़ी और गोल्ड ज्वेलरी पहनकर घूमने लगा था।
दुबई रिटर्न लोगों पर निगरानी रख रही ACB
ACB और EOW महादेव सट्टा एप मामले में FIR दर्ज करने के बाद महादेव सट्टा एप के के संचालक और उसके जरिए मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले सरगना सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और उससे संबंधित लोगों पर निगरानी रख रही है।
ACB के निदेशक अमरेश मिश्रा के निर्देश पर उनकी टीम विशेष तौर पर उन लोगों पर निगरानी रख रही है, जो दुबई में रहकर लौटे हैं और उनके बाद से उनके रहन सहन में बदलाव आया है।