बलौदाबाजार हिंसा…अभी जमानत याचिका दाखिल नहीं करेंगे देवेंद्र यादव:27 अगस्त तक न्यायिक रिमांड पर, 90 दिन के भीतर चालान पेश करेगी पुलिस
छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को 7 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। मंगलवार को वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए। बताया जा रहा है कि फिलहाल देवेंद्र यादव जमानत याचिका दाखिल नहीं करेंगे। पुलिस द्वारा चालान पेश किए जाने के बाद ही वे जमानत याचिका दायर करेंगे। देवेंद्र के करीबियों का कहना है कि अगली पेशी में वकील पुलिस पर चालान पेश करने के लिए दबाव बनाने वाली दलील देंगे। इस वक्त पूरा फोकस पुलिस से चालान पेश कराने पर ही है।
90 दिन के भीतर पेश करना होगा चालान
पुलिस प्रशासन को 90 दिन के भीतर ही चालान पेश करना है। देवेंद्र के वकील का कहना है कि पुलिस की ओर से अब तक उन्हें FIR की कॉपी नहीं मिली है। इसलिए जरूरी है कि पुलिस जल्द से जल्द कोर्ट में चालान पेश करे।
देवेंद्र के खिलाफ हमारे पास गवाह- पुलिस
बलौदाबाजार पुलिस के एक उच्चाधिकारी की माने तो पुलिस के पास देवेंद्र के खिलाफ गवाह हैं। कुछ लोगों के बयान हैं। इसके अलावा पुलिस के पास कुछ वीडियो भी हैं। इसको आधार बनाकर उन पर कार्रवाई की जा रही है।
जेल में पढ़ सकेंगे न्यूज-पेपर
देवेंद्र यादव ने दुर्ग भिलाई का रीजनल पेपर और रोजाना वकील से मुलाकात/वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मांग की। इसे भी जज ने मंजूर किया है। बलौदाबाजार हिंसा मामले में 17 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी हुई थी।
बघेल-महंत जेल में मिलने पहुंचे
मंगलवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत कांग्रेसी विधायक देवेंद्र यादव से मिलने सेंट्रल जेल भी पहुंचे। भूपेश बघेल ने साय सरकार पर विधायक देवेंद्र यादव को धोखे से गिरफ्तार करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि, जितने भी नोटिस मिले, वो सिर्फ गवाही देने के लिए थे। जेल में देवेंद्र यादव ने बताया कि उनको FIR की कॉपी नहीं दी गई और न ही बताया गया कि किस अपराध में गिरफ्तारी हुई।
बलौदाबाजार हिंसा मामले में कई नोटिस जारी हुए
बलौदाबाजार हिंसा मामले में देवेंद्र यादव को लगातार नोटिस जारी किया गया था। चौथी बार नोटिस जारी होने के बाद विधायक ने बयान देने जाने से मना किया। उन्होंने कहा था कि पुलिस को जो भी बयान लेना है, उनके पास आए और लेकर जाए।