गरियाबंद में अंतर्जातीय विवाह योजना में 32 लाख का घोटाला :13 शादीशुदा लोगों ने की दोबारा शादी, कुछ की 2-2 पत्नियां और 2-3 बच्चे…!!

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छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में अंतर्जातीय विवाह योजना में 32 लाख 50 हजार घोटाला हुआ है। प्रोत्साहन राशि हड़पने के लिए 13 शादीशुदा पुरुषों ने दोबारा शादी कर ली। कुछ लोगों की तो 2-2 पत्नियां और 2 से 3 बच्चे भी हैं, लेकिन पहली पत्नी से शादी और बच्चों जानकारी छिपाकर धोखाधड़ी की।

मामला 2019 का है। जांच के बाद अपर कलेक्टर अरविंद पांडेय ने सभी के खिलाफ 31 अगस्त को FIR कराने के निर्देश दिए। मामले में आदिवासी विकास विभाग के एक बाबू की भी संलिप्तता सामने आई है। कलेक्टर को इस फर्जीवाड़े की शिकायत 5 फरवरी 2024 को की गई थी।

2 लाख 50 हजार रुपए के लिए साजिश

दरअसल, प्रदेश में अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत गैर अनुसूचित जाति युवक या युवती द्वारा अनुसूचित जाति की युवती या युवक से विवाह करने पर 2 लाख 50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाती है। 2019 में हुए अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत 13 लोगों ने जालसाजी की।

नि:संतान प्रमाण पत्र बनवाकर फर्जीवाड़ा

प्रोत्साहन राशि हासिल करने के लिए आर्य समाज और मंदिर में दोबारा शादी कर राशि निकाली, जबकि वे पहले से विवाहित थे। अपनी पहली पत्नी से शादी और उससे जन्म लेने वाले बच्चों की जन्म तारीख को छिपाकर नि:संतान प्रमाण पत्र बनवाकर योजना का लाभ लिया है।

वहीं कुछ हितग्राहियों के बच्चे आर्य समाज में शादी के पहले के हैं। अभी वर्तमान में बड़े हो चुके हैं। ऐसे हितग्राहियों ने भी वर्तमान में आर्य समाज में विवाह के दस्तावेज प्रस्तुत कर योजना का लाभ ले लिया है।

जांच में यह तथ्य सामने आए ।

छत्तीसगढ़ शासन की अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन का योजना का लाभ प्रदान किए जाने के लिए आदिवासी विकास विभाग गरियाबंद के द्वारा शासन के निर्धारित मानदंडों का पालन किए बिना ही हितग्राहियों को लाभ पहुंचाने की तत्परता दिखाई गई, जबकि उनमें से कई अपात्र थे।

इन व्यक्तियों के खिलाफ जारी हुआ FIR का आदेश

  1. अमरदास टंडन, पिता हृदय राम टंडन, ग्राम-बकली, पोस्ट परसोदाजोशी, विकासखण्ड फिंगेश्वर।
  2. टीकम रात्रे पिता रामाधीन रात्रे, ग्राम-पाली, पोस्ट-पेंड्रा, विकासखण्ड-फिंगेश्वर।
  3. गैंदराम सोनवानी पिता इंदल राम सोनवानी, ग्राम- पाली, पोस्ट-पेंड्रा, विकासखण्ड – फिंगेश्वर ।
  4. अमरदास मिरी पिता केशोराम मिरी, ग्राम-बकली, पोस्ट- परसोदाजोशी, विकासखण्ड-फिंगेश्वर ।
  5. तामेश्वर राम मतावले, पिता मोती राम मतावले, ग्राम-देवगांव, पोस्ट- बेलर, विकासखण्ड फिंगेश्वर।
  6. मोहित कुमार देवदास, पिता प्यारे लाल देवदास, ग्राम- पोलकर्रा पोस्ट-पेंड्रा, विकासखण्ड – फिंगेश्वर
  7. अमरदास डहरिया, पिता भागवत डहरिया, ग्राम+पोस्ट- लोहरसी, विकासखण्ड-फिंगेश्वर।
  8. देवेन्द्र खुटे, पिता मनीराम खुटे
  9. दिलीप बंजारे, पिता लक्षीराम बंजारे, ग्राम-बकली, पोस्ट- परसोदाजोशी, विकासखण्ड-फिंगेश्वर ।
  10. मोहन सिन्हा, पिता तुलसी राम सिन्हा, ग्राम- सेंदर,पोस्ट परसदाकला विकासखण्ड – फिंगेश्वर
  11. जितेन्द्र कुमार धृतलहरे, पिता हीरा सिंह धृतलहरे ने
  12. मोहन गंधर्व, पिता महेश गंधर्व, ग्राम+पोस्ट तौरेंगा, विकासखण्ड-छुरा
  13. राकेश टोडर, पिता बेनुराम टोडर, ग्राम- गोंदलाबाहरा, पोस्ट-अकलवारा, विकासखण्ड-छुरा ।

पिछले 5 माह में तीसरे बड़े मामले की जांच की

गरियाबंद अपर कलेक्टर अरविंद पांडे ने अंतर्जातीय प्रोत्साहन योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच के अलावा पिछले पांच महीने में 2 और बड़े मामले की जांच की। आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश जारी किया है।

मैनपुर स्वास्थ्य विभाग में बोगस फाइल के जरिए 3 करोड़ 13 लाख रुपए की राशि के फर्जीवाड़े की जांच कर 11 अफसरों और कर्मियों के खिलाफ़ FIR कराई थी। वहीं दूसरे मामले में जिलेभर के 93,598 निवेशकों के 207 चिटफंड कंपनी में डूबे 181 करोड़ रुपए की भारी भरकम राशि को वापस दिलाने की मुहिम शुरू की।

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