पॉलीटेक्निक में कमजोर एडमिशन का सिलसिला इस बार भी बरकरार है। सेकंड राउंड की काउंसिलिंग के तहत मंगलवार को आवंटन लिस्ट जारी की गई। इसके अनुसार 945 सीटें अलॉट की गई। इस साल शुरू हुए पांच नए सरकारी पॉलीटेक्निक में प्रवेश को लेकर स्थिति अच्छी नहीं है। दूसरे राउंड में भी इनकी 30 से कम सीटें आवंटित की गई। प्रदेश में पॉलीटेक्निक की करीब साढ़े आठ हजार सीटें हैं। पहले राउंड में 1589 सीटों में प्रवेश हुआ था। इस तरह से देखा जाए तो सेकंड राउंड में जितनी सीटें बंटीं हैं उन सभी में प्रवेश हो भी जाएंगे तब भी काफी सीटें खाली रहेगी।
जानकारों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से पॉलीटेक्निक में प्रवेश को लेकर स्थिति अच्छी नहीं रही है। इसके बाद भी पांच नए सरकारी संस्थान शुरू किए गए। पहले राउंड में इनमें कुछ ही छात्रों के प्रवेश हुए हैं। जबकि दूसरे राउंड में भी कम सीटें अलॉट हुई है। इससे पता चलता है कि नए संस्थान के प्रति छात्रों में उत्साह नहीं है। इसी तरह तकनीकी शिक्षा संचालनालय की ओर से एमसीए की भी दूसरी आवंटन लिस्ट जारी की गई। इसमें करीब 100 सीटें अलॉट हुई है।
प्रदेश में एमसीए की साढ़े पांच सौ सीटें हैं। इनमें आधी से ज्यादा खाली है। गौरतलब है कि सेकंड राउंड में जिन छात्रों को सीटें मिली है उन्हें 7 सितंबर तक एडमिशन लेना होगा। इसके बाद रिक्त सीटों के लिए कॉलेज स्तर पर काउंसिलिंग होगी। इसके लिए 9 सितंबर से रजिस्ट्रेशन होगा।
नए संस्थानों की अधिकांश सीटें खाली
जानकारी के मुताबिक शासकीय पॉलीटेक्निक थानखम्हरिया केमिकल में 30 और कंप्यूटर साइंस में 30 सीट। मारवाही में सिविल में 30 व कंप्यूटर साइंस में 30 सीटें हैं। बगीचा में सिविल की 30 व इलेक्ट्रिकल की 30। मरवाही मे सिविल व कंप्यूटर साइंस की 30-30 सीटें हैं। जबिक पथरिया में इलेक्ट्रिकल में 30 और मैकेनिकल में 30 यानी कुल 60 सीट है। पहले राउंड इन संस्थानाें में अधिकांश सीटें खाली थी। दूसरे राउंड में भी यहां 30 से कम सीटें अलॉट की गई है। इससे स्पष्ट है कि सेकंड राउंड के बाद भी यहां की ज्यादातर सीटें खाली रहेगी।
बीटेक के लिए अब कॉलेज स्तर पर काउंसिलिंग
बीटेक, एमबीए, एमटेक व बीटेक लेटेरल एंट्री से प्रवेश के लिए दूसरे राउंड की काउंसिलिंग समाप्त हो गई है। रिक्त सीटों के लिए अब कॉलेज स्तर पर काउंसिलिंग होगी। इसके लिए 9 सितंबर से पंजीयन होगा। जबकि 12 सितंबर को मेरिट लिस्ट जारी होगी। इसके अनुसार 15 सितंबर तक एडमिशन दिए जाएंगे। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में मैनेजमेंट छोड़कर बीटेक की कुल 9584 सीटें हैं। दो राउंड के बाद 5 हजार से अधिक सीटों मंे प्रवेश हुए हैं।