राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी स्थित जिला अस्पताल में गुरुवार दोपहर छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की वजह नर्स के साथ हुई बदसूलकी थी। बीती रात मरीज की एक रिश्तेदार ने ड्यूटी के दौरान नर्स को थप्पड़ जड़ दिया था। अगले दिन घटना की सूचना मिलते ही कर्मचारी नाराज होकर नारेबाजी करने लगे।
कर्मचारियों ने माफी की मांग की जिसके बाद अफसरों की समझाइश और युवती के माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ। हालांकि प्रदर्शन के दौरान इमरजेंसी वार्ड में काम जारी थी। वहीं कर्मचारी संघ ने पुलिस और प्रशासन से वहां पुलिस चौकी बनाने की भी मांग की है।
‘पहले बदतमीजी की, फिर हाथ उठाया’
रायपुर के कालीबाड़ी जिला अस्पताल की कर्मचारी सुधा शुक्ला नर्स के पद पर काम करती हैं। सुधा ने कहा कि बुधवार की देर शाम वो ड्यूटी कर रही थीं। इंजेक्शन और मेडिकेशन के लिए गार्ड की ओर से सभी पेशेंट के रिलेटिव्स को बाहर निकलने के कहा गया था। इसी दौरान वहां प्रेग्नेंसी वार्ड में एक पेशेंट ज्योति मिश्रा भर्ती हैं जिनके रिलेटिव बाहर नहीं निकल रहे थे।
बार-बार बोलने के बाद वे बाहर निकले। इसके बाद जब बाहर उनसे कहा गया कि हमें ट्रॉली ले जानी है रास्ते से हट जाइए तो उन्होंने बदतमीजी की और हाथ उठाया। इसकी सूचना मैंने उच्चाधिकारियों को दी। जिसके बाद अफसरों ने इसका समाधान कराया और युवती ने मुझसे माफी मांगी, इस कार्रवाई से मैं संतुष्ट हूं।
कर्मचारी संघ ने कहा- पुलिस चौकी बने
इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष आलोक मिश्रा ने कहा कि कर्मचारियों के साथ लगातार दुर्व्यवहार की शिकायत आती है। हम पुलिस प्रशासन और उच्च अधिकारियों से मांग करते हैं कि कालीबाड़ी जिला अस्पताल में एक पुलिस चौकी बने। इसके अलावा यहां पर मरीज के साथ परिजन बहुत ज्यादा पहुंच रहे हैं जिनके लिए पास सिस्टम बनना चाहिए। जिससे स्वास्थ्य कर्मचारियों को ड्यूटी में होने वाली असुविधा भी कम हो।
कालीबाड़ी अस्पताल में प्रदर्शन के दौरान पंडरी जिला अस्पताल में भी काम पूरी तरह ठप पड़ गया था। वहां के भी मेडिकल और नर्सिंग स्टाफ ने धरना दिया। हालांकि इस प्रदर्शन के दौरान कर्मचारी संघ ने इमरजेंसी में आ रहे मरीज की सुविधा को ध्यान में रखा था। कुछ स्टाफ उनकी सहायता करते रहे।