शहर के राशन दुकानदारों को जो चावल आम लोगों को देना था उन्होंने उसे खुले बाजार में बेच दिया। करीब दो साल से इसकी जांच चल रही है। खाद्य विभाग वाले बार-बार दुकानदारों को चेतावनी देते रहे कि वे बकाया चावल विभाग को जमा कर दें। लेकिन दुकानदार उनकी एक नहीं सुन रहे थे। यही वजह है कि अब एक साथ छह दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर के आदेश दे दिए गए हैं। इसके अलावा बाकी दुकानदारों को भी सख्त चेतावनी दी गई है कि वे बकाया चावल-शक्कर जमा कर दें नहीं तो सभी के खिलाफ एफआईआर कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।
रायपुर जिले में 142 दुकानदारों ने 14500 क्विंटल चावल की हेराफेरी की है। जिसकी कीमत 2.50 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। सितंबर 2022 में जिले की सभी राशन दुकानों के स्टॉक की जांच की गई थी। इसके बाद ही पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। विभाग के अफसरों ने दुकान संचालकों को नोटिस जारी कर घोटाले का चावल जमा करने कहा था।
इन दुकानदारों पर होगी एफआईआर
1. जय हिंद प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार (दुकान आईडी 441001080) इसके संचालक से 1728.76 क्विंटल चावल, 8.38 क्विंटल शक्कर और 13.26 क्विंटल नमक की वसूली करनी है। 2. ग्राम पंचायत गुखेरा आरंग (दुकान आईडी 442003058) से 61.83 क्विंटल चावल, 4.09 क्विंटल शक्कर, 3.26 क्विंटल नमक की वसूली करनी है।
3. ग्राम पंचायत छटेरा आरंग (दुकान आईडी 442003054) से 42.38 क्विंटल चावल की वसूली करनी है। 4. ग्राम पंचायत बडगांव आरंग (दुकान आईडी 442003113) से 61.76 क्विंटल चावल, 2.86 क्विंटल शक्कर और 16.12 क्विंटल नमक की वसूली करनी है। 5. ग्राम पंचायत भलेरा आरंग (दुकान आईडी 442003060) से 81.32 क्विंटल चावल, 3.49 क्विंटल शक्कर एवं 3.02 क्विंटल नमक की वसूली करनी है। 6. ग्राम पंचायत मांठ तिल्दा (दुकान आईडी 442004042) 397.25 क्विंटल चावल और 6.66 क्विंटल नमक की वसूली करना है।
राशन दुकानों से गायब चावल, शक्कर, नमक की वसूली के लिए संबंधित क्षेत्र के खाद्य निरीक्षक वीणा किरण साहू, शैलेंद्र एक्का और राकेश साहू को तीन दिन के भीतर छह दुकानदारों पर एफआईआर करवाकर सूचना देने कहा गया है।भूपेंद्र मिश्रा, जिला खाद्य नियंत्रक