छुई खदान धंसने से दबकर 2 ग्रामीणों की मौत : सरगुजा में मिट्टी निकालने सुरंग में घुसे थे; खुदाई के दौरान गिरा ऊपरी हिस्सा…!!

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छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में छुई मिट्टी निकालने गए दो लोग खदान धंस जाने से मलबे में दब गए, उन्हें जब तक बाहर निकाला गया, दोनों की मौत हो गई। सूचना पर कुन्नी पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मामला लखनपुर थाना क्षेत्र के जमदरा का है। जानकारी के मुताबिक, हीरामन यादव और शिवा यादव अन्य साथियों के साथ गांव से एक किलोमीटर दूर छुई मिट्टी निकालने पहुंचे थे। दोनों मिट्टी के टीले के नीचे सुंरगनुमा खदान के अंदर घुसे थे। दोनों अंदर छुई मिट्टी खोद रहे थे। इसी दौरान ऊपर का हिस्सा गिर गया। दोनों मिट्टी के बड़े ढेर में दब गए।

खोदकर बाहर निकाला, दोनों की मौत

हीरामन और शिवा यादव के साथ छुई मिट्टी निकालने गए अन्य युवकों ने शोर मचाया। सूचना पर लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे। ऊपर की मिट्टी हटाने का काम शुरू किया गया। जब तक मिट्टी हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया, दोनों की मौत हो गई थी।

सूचना पर कुन्नी पुलिस मौके पर पहुंची और शवों का पंचनामा किया। ग्रामीणों ने बताया कि जमदरा में जहां हादसा हुआ, वहां बड़ी संख्या में लोग छुई मिट्टी निकालते हैं। मौसम साफ होने के बाद लोग रोज छुई मिट्टी निकाल रहे थे। इसके कारण नीचे सुरंग बन गई थी।

एक माह पूर्व सूरजपुर में हुआ था हादसा एक माह पहले सूरजपुर जिले के गेतरा में छुई मिट्टी निकालने के दौरान 2 महिलाएं और एक युवती दब गई थी, जिनमें से 2 को सुरक्षित बाहर निकाला लिया गया था, लेकिन युवती फुलकुंवर अंदर दब गई थी, जिसकी मौके पर मौत हो गई थी। संभाग में कई छुई खदान खतरनाक स्थिति में हैं।

दीवार पोतने के लिए उपयोग में आती है मिट्टी

आदिवासी बाहुल्य इलाके में छुई मिट्टी का उपयोग कच्ची दीवारों की पोताई के लिए किया जाता है। घरों की पोताई के साथ छुई मिट्टी बेची भी जाती है। इस कारण यह आजीविका का भी साधन है। सरगुजा संभाग में इसके पहले भी छुई मिट्टी की खदान में दबने से मौत के मामले सामने आ चुके हैं।

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